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अयोध्या में हो रहा गरीब भक्तों से भेदभाव अब होगा खत्म, मंदिर की व्यवस्था में किए गए 3 बड़े बदलाव

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Ram mandir: 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद से लेकर देश विदेश से लाखों करोड़ों राम भक्त रामलला के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन बीते कुछ दिनों में मंदिर समिति को लोगों की अलोचनाओं का शिकार होना पड़ा है। कुछ भक्तों का कहना है की “जब राम सबमें हैं और राम सबके हैं” तो मंदिर में कुछ विशेष लोगों को क्यों टीका लगाया जा रहा है और क्यों कुछ ही लोगों को चरणामृत दिया जा रहा है। इन सभी आरोपों को देखते हुए मंदिर समिति ने अब मंदिर की व्यवस्था में तीन ऐसे बड़े बदलाव कर दिए हैं जिससे की अब किसी भी भक्त के दिल में भेदभाव जैसी कोई भावना नहीं आएगी।

1- किसी को भी नहीं लगेगा टीका

Ram Mandir

अयोध्या के राम मंदिर (Ram mandir) में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में इतने सारे लोगों की व्यवस्था करना मंदिर समिति के लिए किसी भी चुनौती से कम नहीं है। उधर मंदिर (Ram mandir) में रामलला की भव्य मूर्ति के आगे बैरीकेडिंग की गई है, आम भक्त को अभी तक इस बैरीकेडिंग पर रोक दिया जाता और वहीं से उन्हें दर्शन करने होते हैं।

जबकि कुछ लोगों को बैरीकेड से आगे जाकर थोड़ा और पास से रामलला के दर्शन करने का मौका मिलता था। जिससे की गर्भगृह में बैठे पुजारी उन विशेष लोगों के माथे पर चंदन का तिलक लगाते थे। जबकि बाकि लोगों को पुजारी द्वारा कोई टीका नहीं लगाया जाता था। लेकिन अब भेदभाव की शिकायतों के कारण अब साफ कर दिया गया है कि पुजारी किसी को भी चंदन का तिलक नहीं लगाएंगे।

2 -वीआईपी लोगों को भी नहीं मिलेगा चरणामृत

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हिंदू धर्म में चरणामृत को अत्यंत पवित्र माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, मान्यता है कि चरणामृत वो जल है जो सीधे ईश्वर के चरणों से निकलता है और इसका पान करने से व्यक्ति के समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी की राम मंदिर (Ram mandir) में चरणामृत सबको नहीं मिलता है। ये मौका सिर्फ उन ही लोगों को मिलता है जो वीआईपी केटेगिरी में आते हैं। मंदिर समति द्वारा बनाई गई इस व्यवस्था को लेकर जब अन्य राम भक्तों ने शिकायत करना शुरू किया तो अब मंदिर समिति ने फैसला लिया है कि किसी को भी चरणामृत नहीं दिया जाएगा।

3-दान पात्र में ही डालना होगा दान

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पहले दर्शनार्थी राम मंदिर (Ram mandir) के पुजारियों को भगवान के चरणों अर्पण करने के लिए अपनी इच्चा अनुसार पैसे या फिर कोई भी कीमती वस्तुएं देते थे, जिसे बाद में पुजारी स्वंय रख लेते थे। लेकिन अब राम मंदिर ट्रस्ट ने कहा है कि जो भी पुजारी उन्होंने राम मंदिर में नियुक्त किए  हैं उन्हें पर्य़ाप्त सैलरी दी जाती हैं। ऐसे में जो भी पैसा भगवान को चढ़ाया जाता है उसे पुजारी अपने पास नहीं रखेंगे। लोगों को भी हिदायत दी गई है की कुछ भी दान देना हो तो दान पात्र  में ही डाले जिससे की भक्तों द्वारा किया हुआ दान सीधा मंदिर समिती के पास जाए।

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