Alcohol: मेट्रो सिटीज की तो बात ही कुछ और है. दिन-ब-दिन युवा और बुजुर्ग शराब (Alcohol) के आदी होते जा रहे हैं. उनकी पार्टी शराब के बिना अधूरी सी लगती है. आजकल लोग इतने खुले हो गए हैं कि बच्चे हों या बीवी, सब मिलकर शराब पार्टी करते हैं और खूब मस्ती करते हैं. हर पार्टी में शराब शामिल होती है. आजकल महिलाएं भी शराब की आदी होती जा रही हैं.
कॉर्पोरेट जगत की कुछ महिलाओं को तो रोज़ शराब और सिगरेट की ज़रूरत होती है. तो इस बीच आइए आपको बताते हैं कि शराब की खपत के मामले में भारत का कौन सा राज्य टॉप पर है?
हर साल शराब की खपत
भारत में शराब (Alcohol) की खपत लगातार बढ़ रही है और हर साल इसकी खपत अरबों लीटर तक पहुँच रही है. एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, देश में लगभग 16 करोड़ लोग शराब का सेवन करते हैं. ऐसे में यह जानना दिलचस्प हो जाता है कि शराब पीने के मामले में कौन सा शहर सबसे आगे है. आईसीआरआईईआर और कानूनी सलाहकार फर्म पीएलआर चैंबर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, छत्तीसगढ़ भारत में सबसे ज़्यादा शराब पीने वाले राज्यों में सबसे ऊपर है.
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करोड़ों लोगों ने किया शराब का सेवन
सबसे ज़्यादा शराब (Alcohol) की खपत वाले शहरों की बात करें तो स्थिति थोड़ी अलग दिखती है. 2021 के एक सर्वेक्षण के अनुसार, कोलकाता में शराब की खपत दर 32.9% थी. यह दर भारत के अन्य प्रमुख शहरों से ज़्यादा है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों में भी कोलकाता के समान या उससे भी अधिक शराब की खपत हो सकती है, क्योंकि 2021 की एक रिपोर्ट के अनुसार, अकेले पश्चिम बंगाल में लगभग 1.4 करोड़ लोगों ने शराब का सेवन किया.
जानें इन राज्यों का हाल
कोलकाता के बाद शराब (Alcohol) की खपत के मामले में दिल्ली दूसरे नंबर पर है, जहाँ 31% लोग शराब पीते हैं. चंडीगढ़ इस सूची में तीसरे स्थान पर है, जहाँ 29.1% लोग शराब पीते हैं. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में शराब पीने वालों की संख्या 28.1% है, जबकि लखनऊ में यह आँकड़ा लगभग 27.9% है. भारत के आईटी हब बेंगलुरु में शराब पीने वालों की संख्या 27.3% है और बिहार में 28.9% है. अन्य शहरों में भी शराब की खपत कम है, पुणे में 26.2% और भुवनेश्वर में 24.9%. ये आँकड़े बताते हैं कि शहरी भारत में शराब की खपत व्यापक है, और इसके सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी प्रभावों को समझने के लिए और अध्ययन की आवश्यकता है.
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