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23 साल की उम्र में IAS बनी स्मिता सभरवाल, 12वीं कक्षा की मार्कशीट में अंक देखकर उड़े लोगों के होश, बोले- ‘ब्यूटी विद ब्रेन’

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Smita Sabharwal : यूपीएससी टॉपर टीना डाबी के बाद अब आईएएस अधिकारी स्मिता सभरवाल (Smita Sabharwal) भी काफी चर्चा में रहती हैं. 23 साल की उम्र में आईएएस ऑफिसर बनने वाली स्मिता अक्सर अपने काम के चलते सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं. ऐसे में एक बार फिर स्मिता  की 12वीं की मार्किट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. 23 साल की उम्र में स्मिता ने यूपीएससी परीक्षा में चौथी रैंक हासिल कर सभी को चौंका दिया था. पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में जन्मी स्मिता का पालन-पोषण आर्मी परिवार में हुआ है. उन्होंने सेंट ऐन हाई स्कूल, सिकंदराबाद से अपनी शिक्षा पूरी की.

Smita Sabharwal बनी चर्चा का विषय

साल 1995 में उन्होंने (Smita Sabharwal) सीआईएससीई इंडियन स्कूल परीक्षा में अंग्रेजी और हिंदी में 94% और अर्थशास्त्र में 90% अंक हासिल किए थे. स्मिता का कहना है कि सिविल सर्विस में जाने का उनका सपना बचपन से ही था. उन्होंने पहली बार यूपीएससी परीक्षा में असफलता प्राप्त की थी. लेकिन उन्होंने और मेहनत कर दूसरे प्रयास में चौथी रैंक हासिल की. स्मिता सभरवाल (Smita Sabharwal) की खूबसूरती और कम उम्र में अधिकारी बनने की चर्चा पूरे देश में हो रही है. वो लोगों के बीच काफी ज्यादा लोकप्रिय भी हैं. 12वीं की मार्कशीट वायरल होने के बाद वह काफी वायरल हो चुकी हैं.

सोशल मीडिया पर वायरल हुई स्मिता की मार्कशीट

स्मिता ने खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी मार्कशीट को शेयर किया है. जिसके बाद उनके फैन्स कमेंट में कई तरह से तारीफ़ कर रहे हैं. 23 साल की उम्र में स्मिता सभरवाल ने एक ऐसी उपलब्धि हासिल की, जिसके बारे में बहुत से लोग सपने ही देखते हैं. उनका नाम आश्चर्यजनक सफलता और मजबूत इरादे का पर्याय बन गया. जब उन्होंने 2000 में देश की सबसे कठिन प्रतिस्पर्धा यूपीएससी के निरीक्षण में चौथा स्थान हासिल किया. बंगाली परिवार में जन्मी स्मिता का पालन-पोषण उनके पिता कर्नल प्रणब दास और उनकी मां पूरबी दास ने किया.

यूपीएससी परीक्षा में पूरे देश में चौथा स्थान किया प्राप्त

स्मिता की  प्रारंभिक शिक्षा रेजिडेंट में हुई. जहां उन्होंने सिकंदराबाद के सेंट ऐन हाई स्कूल में पढ़ाई की. स्मिता सभरवाल (Smita Sabharwal) की सफलता की नींव बहुत पहले ही रखी जा चुकी हैं. कक्षा 12वीं की परीक्षा में उनके प्रदर्शन की हर तरफ प्रशंसा हो रही है. 22 साल की उम्र में उनकी उपलब्धि ने उन्हें भारत में सबसे कम उम्र में आईएएस अधिकारी बना दिया. अपने करियर में स्मिता ने अधिकारी बनकर समाजसेवा का काम शुरू किया था. तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय में नियुक्त होने वाली वह पहली महिला आईएएस अधिकारी बनीं. स्मिता के मार्क्स की सब लोग तारीफ़ रहे हैं.

तेलंगाना में नियुक्त होने वाली पहली महिला आईएएस बनीं

बता दें स्मिता (Smita Sabharwal) का यह जादू यूपीएससी के इंटरव्यू में भी देखने को मिला. हालाँकि पहले प्रयास में उन्हें सफलता नहीं मिली. हालाँकि वे सिविल सेवा परीक्षण में दूसरे प्रयास में कड़ी मेहनत और संघर्ष के दम पर चौथी रैंक हासिल की. स्मिता (Smita Sabharwal) अपनी सार्वजनिक सेवा के लिए जानी जाती हैं. यही कारण है कि उन्हें जनता का अधिकारी कहा जाता है.

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