Kashmiris: पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने लोगों को हिलाकर रख दिया है. इस घटना से पूरा देश गुस्से में है. लेकिन जहां मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग इस हमले में पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हैं, वहीं कुछ मुस्लिम भाई ऐसे भी हैं जो पाकिस्तान का समर्थन नहीं कर रहे हैं. जो इस बेरहमी हमले में हिन्दुस्तानी को सपोर्ट कर रहें है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में भारत का नमक खाने के बाद भी ये कश्मीरी (kashmiris) पाकिस्तान के हमदर्द बने. तो चलिए आगे जानते हैं कि इस शख्स ने भारत के खिलाफ क्या कहा?
Kashmiri ड्राइवर ने कही बड़ी बात
This Bodo YouTuber of Assam, showing true Kashmiriyat.
One Auto Driver saying Kashmir is not part of India 🇮🇳, when he asked him about #PahalgamTerrorAttack.
Never ever trust any Kashmiri Muslims, or Indian Skull Caps. pic.twitter.com/zL0FwecOIv
— Oxomiya Jiyori 🇮🇳 (@SouleFacts) April 29, 2025
इस वीडियो में आप साफ तौर पर देख सकते हैं कि असम का यूट्यूबर सड़क पर चल रहा है और एक ऑटो ड्राइवर से बोल रहा आप मेरी तरफ देखो. तो उस कश्मीरी (kashmiris) मुस्लिम ऑटो ड्राइवर ने यूट्यूबर को वीडियो बनाने से मना कर दिया है और बार-बार कह रहा है कि वीडियो मत बनाओ.
उसके बाद यूट्यूबर ने कहा अरे भाई मैं बात पूछना चाहता हूं, अभी जो कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ है उसके बारे में आप क्या कहना चाहते हो, तो उस कश्मीरी मुस्लिम ड्राइवर ने कहा कि कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है, उसके बाद यूट्यूबर ने अपने X पर पोस्ट करते हुए कहा कभी भी किसी कश्मीरी मुसलमान या भारतीय टोपी पहनने वालों पर भरोसा मत करना।
लोगों ने लगातार कमेंट किए
सोशल मीडिया पर ये वीडियो खूब वायरल हो रहा है. कहते हैं कुछ लोग उसी हाथ को काटते हैं जो उन्हें खिलाता है. इस मुस्लिम ऑटो ड्राइवर ने भी यही किया, वो भारत में रहकर पाकिस्तान का हमदर्द बन गया है. इस वीडियो को देखने के बाद एक यूजर ने लिखा कि कश्मीर भारत का नहीं है.
एक अन्य ने लिखा- कश्मीरी (kashmiris) मुसलमान खुद को भारत का हिस्सा नहीं मानते। किसी और ने लिखा, इस ड्राइवर को गिरफ्तार करो। वहीं किसी और ने लिखा कि इस मामले पर कुछ कार्रवाई होनी चाहिए।
कश्मीर इंडिया का हिस्सा है या नहीं
धरती का स्वर्ग कहा जाने वाला कश्मीर 26 अक्टूबर 1947 को भारत का हिस्सा बना था. जम्मू-कश्मीर का विलय भारत की राजनीति और इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक था. आजादी के तुरंत बाद पाकिस्तान की चुनौती के बीच जम्मू-कश्मीर को भारत में विलय कराने में मिली सफलता ने उस समय इतिहास रच दिया था. 15 अगस्त 1947 को भारत की आज़ादी के बाद ज़्यादातर रियासतें भारत में विलय हो गईं, लेकिन तीन रियासतों के शासकों ने भारत में विलय से इनकार कर दिया।
भारत में विलय के बाद कश्मीर (kashmir)को अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 351 के तहत विशेष राज्य का दर्जा और अधिकार प्राप्त थे, जिसे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 में कानून लाकर पूरी तरह खत्म कर दिया। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा भी खत्म हो गया। अब यह राज्य केंद्र शासित प्रदेश है।