Thailand-Combodia Army: विवादित सीमा को लेकर थाईलैंड और कम्बोडिया का युद्ध (Thailand-Combodia Army) अब चरम सीमा पर पहुंच गया हैद दोनों मारने पर आ गए है। अब तक युद्ध में कम से कम 9 नागरिक मारे गए हैं। कंबोडिया और थाईलैंड एक-दूसरे के साथ 817 किलोमीटर लंबी स्थलीय सीमा साझा करते हैं। लेकिन इस स्थलीय सीमा का नक्शा मुख्यतः फ्रांस द्वारा बनाया गया था, जब उसने 1863 से 1953 तक कंबोडिया पर शासन किया था।
जमीन और हिन्दू मन्दिर विवाद में हो रहा युद्ध
1907 में बनाया गया यह नक्शा थाईलैंड और कंबोडिया (Thailand-Combodia Army) के बीच एक प्राकृतिक जलविभाजक रेखा का अनुसरण करने के समझौते पर आधारित था यूनेस्को के अनुसार, कंबोडियाई मैदान पर स्थित पठार के किनारे स्थित प्रीह विहियर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। सवाल यह है कि अगर खुला युद्ध (Thailand-Combodia Army) हुआ तो कौन जीतेगा? आइए ग्लोबल फायरपावर 2025 की रैंकिंग के आधार पर दोनों देशों की सैन्य शक्ति का विश्लेषण करें।
थाईलैंड की सैन्य शक्ति
थाई सेना (Thailand-Combodia Army) ग्लोबल फायरपावर 2025 रैंकिंग में 24वें स्थान पर है, जो इसे क्षेत्रीय स्तर पर एक मज़बूत शक्ति बनाता है। थाईलैंड के सैन्य कर्मियों की बात करें तो थाईलैंड में 3.50 लाख से ज्यादा एक्टिव सैन्य कर्मी है। इतना ही नहीं थाईलैंड की सेना के पास 40-50 की संख्या में F-16 और SAAB ग्रिपेन जेट हैं। 100 से ज़्यादा हेलीकॉप्टर, जिनमें AH-1 कोबरा जैसे अटैक हेलीकॉप्टर शामिल हैं। RQ-21 ब्लैकजैक जैसे ड्रोन भी शामिल हैं। थल थाई सेना के पास M60 और VT-4 सहित 200 से ज़्यादा टैंक हैं। M777 हॉवित्जर जैसी 1000 से ज़्यादा तोपें है।
कंबोडिया की सैन्य ताकत
इस भीषण युद्ध में क्या रहेगा नतीजा?
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