Martyr Murali Naik hid his posting in Kashmir from his parents
Martyr Murali Naik : पहलगाम हमले के बाद भारत की ओर से जवाबी कार्रवाई के तौर पर चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर गोलीबारी में महाराष्ट्र के रहने वाले मुरली नाइक शहीद हो गए। मूल रूप से आंध्र प्रदेश के रहने वाले मुरली नाइक (Martyr Murali Naik) मुंबई के घाटकोपर ईस्ट के कामराजनगर में रहते हैं।
पाकिस्तान के खिलाफ गोलीबारी में Martyr Murali Naik नहीं रहे
हालांकि उनका पैतृक गांव आंध्र प्रदेश में है, लेकिन उनके पिता श्रीराम नाइक और मां ज्योतिताई नाइक घाटकोपर इलाके में रहते हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू शुक्रवार को आधिकारिक दौरे पर उरावकोंडा शहर पहुंचे। सीएम नायडू ने नाइक (Martyr Murali Naik) की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। बाद में उन्होंने कुरनूल एयरपोर्ट पर भी उन्हें श्रद्धांजलि दी।
पिता मजदूरी तो मां करती है दूसरों के घरों में काम
सेना के जवान मुरली (Martyr Murali Naik) ने नासिक के देवलाली में अपनी ट्रेनिंग पूरी की थी। पहले उनकी पोस्टिंग सिक्किम में हुई थी। इसके बाद उन्हें कश्मीर भेजा गया था। वह परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। उसके पिता दिहाड़ी मजदूर हैं जबकि मां दूसरे घरों में काम करती हैं। मुरली नाइक का परिवार 32 साल से कामराज नगर में रह रहा है। घाटकोपर के ही रहने वाले श्रीधर नाइक ने मुरली को एक ऐसे शख्स के रूप में याद किया जो हमेशा सेना में भर्ती होने के लिए उत्सुक रहता था।
माता-पिता के विरोध के बाद भी हुआ सेना में भर्ती
खास दोस्त ने बताया कि मुरली (Martyr Murali Naik) सेना में भर्ती होना चाहता था। लेकिन उसके माता-पिता ने इसका विरोध किया। इसलिए वह चुपचाप भर्ती अभियान में चला गया। शहीद मुरली का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लाए जाने की संभावना है। इलाके के कई लोग शहीद मुरली को अंतिम विदाई देने वहां पहुंचेंगे। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी।
माता-पिता से छुपाई थी कश्मीर पोस्टिंग की बात
जब मुरली (Martyr Murali Naik) को पता चला कि भारत और पाकिस्तान तनाव के चलते उनकी पोस्टिंग कश्मीर में हुई है तो उन्होंने इस बात को अपने माता-पिता से छुपाया था। उसका कारण ये था कि अभी के जो कश्मीर में हाल है उससे पहले ही उनके पिता और माता चिंतित थे और ऐसे में वह ये खबर देकर उनकी चिंता और नहीं बढ़ाना चाहते थे।
ऐसे में अब जब वह शहीद हुए तो उनके माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। और वहीं उनके पिता ने कहा कि जिस पाकिस्तान ने मेरे बेटे को मुझसे चुराया है उसका बुरा हश्र होना जरूरी है।