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देश के लिए कुर्बान हुआ एक और जवान, गोली लगते ही तोड़ा दम, पूरे बिहार में शोक की लहर

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Martyr Santosh Kumar : नवगछिया के इस्माइलपुर थाना क्षेत्र के भीठा गांव निवासी सेना के जवान संतोष कुमार (Martyr Santosh Kumar) मंगलवार की सुबह जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में मौत हुई। दावा किया जा रहा है कि आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन के दौरान गोली लगने से शहीद हो गए।

हालांकि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। सेना की ओर से घदेश के लिए कुर्बान हुआ एक और जवान, गोली लगते ही तोड़ा दम, पूरे बिहार में शोक की लहरटना की सूचना मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। बलिदान की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।

बिहार के लाल संतोष कुमार हुए शहीद

आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर नौशेरा सेक्टर के पास ऑपरेशन चलाया जा रहा था। इसी दौरान आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें संतोष कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। अस्पताल ले जाने के बाद भी संतोष कुमार (Martyr Santosh Kumar) को नहीं बचाया जा सका।

हालांकि अभी उनके लिए सेना की तरफ से जान कैसे गई इसके बारे में आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। एक तरफ दावा भी किया जा रहा है कि जम्मू में सेना का एक वाहन अनियंत्रित होकर खाई में पलट गया। इस हादसे में संतोष कुमार की जान चली गई है।

बिहार के भागलपुर में स्थिति पूर्वी भाठा के निवासी है संतोष

हादसे का शिकार हुए जवान संतोष (Martyr Santosh Kumar) की पहचान भागलपुर के नवगछिया अंतर्गत इस्माइलपुर थाना क्षेत्र के पूर्वी भीठा निवासी चंद्रदेव यादव के पुत्र हवलदार संतोष कुमार के रूप में हुई है।

मंगलवार सुबह जब उनके परिजनों को इस हादसे की जानकारी मिली तो घर में कोहराम मच गया। मंगलवार सुबह जब परिजनों को इस हादसे की जानकारी मिली तो घर में शोक की लहर दौड़ गई।

वाहन के दुर्घटनग्रस्त होने से गई जान

दावा किया जा रहा है कि इस वाहन में संतोष यादव (Martyr Santosh Kumar) के अलावा कुल 6 लोग सवार थे, जो सभी घायल हो गए। लेकिन संतोष की हालत गंभीर थी। परिजनों ने बताया कि संतोष यादव को तुरंत अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।

यूनिट ने रात एक बजे इस घटना की जानकारी देने की कोशिश की, लेकिन रात में परिजनों से संपर्क नहीं हो सका। मंगलवार सुबह यह जानकारी सामने आई।

मौत की खबर सुनकर परिवार में कोहराम

शहीद जवान संतोष (Martyr Santosh Kumar) के भाई ब्रजेश कुमार ने बताया कि सेना की यूनिट ने मंगलवार सुबह फोन करके परिवार को इस दुखद खबर की जानकारी दी। संतोष यादव तीन माह पहले ही घर आए थे। उनकी पत्नी साधना कुमारी का रो-रोकर बुरा हाल है।

उनकी बेटी दीक्षा कुमारी ने हाल ही में मैट्रिक की परीक्षा में प्रथम श्रेणी हासिल की है, जबकि दूसरी बेटी दीप्ति नौवीं कक्षा में पढ़ रही है। सबसे छोटा बेटा लक्ष्म कुमार महज चार साल का है।

हादसे को लेकर दो तरह के दावे

जानकारी के अनुसार संतोष यादव (Martyr Santosh Kumar) का साला भी नौशेरा सेक्टर में दूसरी यूनिट में तैनात है। उसने परिजनों को इस घटना की जानकारी दे दी है। जवान के पार्थिव शरीर को उसके घर लाने की तैयारी चल रही है। हालांकि, इस हादसे को लेकर परिजनों में दो तरह के दावे हैं।

किसी का कहना है कि जवान की मौत गोली लगने से हुई है। तो किसी का कहना है कि सर्च ऑपरेशन के दौरान वाहन के खाई में गिर जाने से यह हादसा हुआ। आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है।

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