GST: देश में आज से नवरात्रि की शुरुआत दोहरे जश्न के साथ हो रही है. आज से देशभर में नई जीएसटी (GST) दरें लागू हो गई हैं. आम जनता को राहत और झटका दोनों मिला है. जहाँ दूध और साबुन जैसी रोज़मर्रा की ज़रूरत की चीज़ें सस्ती हो गई हैं, वहीं कार और सिगरेट जैसी चीज़ें महंगी हो गई हैं. सरकार का कहना है कि इन बदलावों से उपभोक्ताओं और उद्योग दोनों को संतुलन मिलेगा.
रोजमर्रा के सामान पर राहत
घरेलू वस्तुओं पर जीएसटी (GST) सबसे बड़ी राहत दी गई है.
दूध और कई दुग्ध उत्पादों पर कर घटाकर 0-5% कर दिया गया है.
नहाने और कपड़े धोने के साबुन अब पहले से सस्ते होंगे.
कुछ खाद्य पदार्थों और पैकेज्ड किराना वस्तुओं की कीमतें भी कम कर दी गई हैं.
इससे आम उपभोक्ता पर बोझ कम होगा और मुद्रास्फीति से कुछ राहत मिलेगी.
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लग्ज़री और हानिकारक वस्तुएं महंगी
जहाँ एक ओर आम उपभोक्ता को राहत मिली है, वहीं विलासिता और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक वस्तुएँ और भी महंगी हो गई हैं.
कारों पर जीएसटी (GST) बढ़ाकर 28% कर दिया गया है.
सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पादों पर अतिरिक्त उपकर लगाया गया है.
एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर और अन्य महंगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर भी कर बढ़ा दिए गए हैं.
सरकार का कहना है कि इन बदलावों से राजस्व में वृद्धि होगी और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं वाले उत्पादों की खपत कम होगी.
उद्योग जगत और उपभोक्ताओं की प्रतिक्रिया
नए बदलावों पर उद्योग जगत की मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ मिली हैं.
एफएमसीजी कंपनियों ने कहा कि साबुन और दूध जैसे सस्ते उत्पादों से उनकी बिक्री बढ़ेगी.
ऑटोमोबाइल क्षेत्र ने जीएसटी (GST) वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इससे कारों की बिक्री प्रभावित हो सकती है.
तम्बाकू उद्योग ने इसे कठोर निर्णय बताया है, जबकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस कदम की सराहना की है.
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए जीएसटी (GST) 2.0 के फायदे बताए। उन्होंने बताया कि हर वर्ग (गरीब, किसान, मध्यम वर्ग, दुकानदार, इसका लाभ नए मध्यम वर्ग, उद्यमियों, युवाओं, महिलाओं, किसानों, दुकानदारों, व्यापारियों, उद्यमियों को मिलने वाला है।