Retired Navy officer : पिता-पुत्री का रिश्ता काफी पवित्र होता है। लेकिन इस कलयुगी संसार में हर रिश्ता शर्मसार हो रहा है। ऐसा ही एक घिनौना अपराध का मामला बिहार के भागलपुर से सामने आया है। जहां पर एक पिता पर ही अपनी बेटी का दुष्कर्म करने का आरोप लगा है।
यह पहली बार नहीं है, बल्कि पिछले कई सालों से रिटायर्ड नेवी अफसर (Retired Navy officer) अपनी बेटी के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दे रहा था।
Retired Navy officer ने अपनी बेटी का किया रेप
15 वर्षीय बच्ची ने आरोप लगाया कि पिछले छह सालों से मेरे पिता (Retired Navy officer) मेरे साथ क्रूरता कर रहे थे। जब मैं पांचवीं कक्षा में थी तब मेरे पिता अक्सर मेरे बिस्तर पर आकर रात भर मेरा यौन शोषण करते थे। जब मैंने इसका विरोध किया तो वह मेरे गुप्तांग काटने की धमकी देते थे।
उन्होंने मेरी मां को भी धमकाया था। पिछले साल 12 दिसंबर को जब मैंने अपने नाना-नानी को इस घिनौने कृत्य के बारे में बताया तो मेरे पिता शराब के नशे में धुत होकर आए और मेरे कपड़े फाड़ दिए।
घरवालों को बताया तो तोड़ा बेटी का हाथ
पिता अपनी 10 साल की बच्ची के साथ 5 साल तक रेप करता रहा।
भागलपुर में नेवी से रिटायर पिता पिछले 5 साल से अपनी मासूम बच्ची का रेप करता आ रहा।
बच्ची ने विरोध किया तो पिता ने उसको मारना पीटना शुरू किया।
बच्ची ने सारी बातें अपनी मां को बताई, तो पिता ने मां को पीटना शुरू कर दिया।… pic.twitter.com/dngVJ2NRyW— Kavish Aziz (@azizkavish) June 30, 2025
इतना ही नहीं पीड़िता ने बताया कि जब मैंने इस बारे में अपनी मां को बताया था तो उन्हें भी मेरे पिता (Retired Navy officer) ने धमकाया था। इसके साथ ही मेरे साथ यौन संबंध बनाने के बाद उन्होंने मेरा बायां हाथ तोड़ दिया।
पीड़िता ने बताया कि 10 जून को मैं अपने पिता द्वारा लगातार यौन शोषण से बचने के लिए घर से भाग गई थी। मैं अपने नाना-नानी के घर चली गई थी लेकिन वहां आकर भी मेरे पिता ने मेरे साथ दुष्कर्म किया।
4 घंटों के इंतजार के बाद पुलिस में दर्ज हुई शिकायत
इसके बाद पीड़िता ने हिम्मत जुटाई और भागलपुर के महिला थाने में अपने पिता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की। लेकिन वहां उसका आवेदन नहीं लिया गया। थानेदार ने ना सिर्फ उसे धमकाया, बल्कि पिता से सुलह करने की सलाह भी दी। चार घंटे की देरी के बाद वरीय अधिकारियों के हस्तक्षेप करने से रेप का मामला दर्ज किया गया।
इस देरी ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़िता ने बताया कि उसने परबत्ता स्थित अपने नानी के घर भी शिकायत करने की कोशिश की, लेकिन वहां से उसे भागलपुर भेज दिया गया। अंत में स्थानीय वकील की मदद से वह थाने पहुंची और शिकायत दर्ज कराई।
भागलपुर पुलिस ने आरोपी को लिया हिरासत में
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