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गोलियों के बीच ‘नमक’ बना ढाल, पहलगाम अटैक में 11 लोगों की इस तरह बचाई जान

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Pahalgam Attack : जम्मूकश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam Attack) में 28 लोग आतंकियों की गोलियों का शिकार हो गए। कुछ खुशकिस्मत भी रहे, जिनकी जान बच गई क्योंकि वे किसी वजह से देरी से पहुंचे। केरल के एक परिवार के 11 सदस्यों को एक रेस्टोरेंट में ज्यादा नमक वाला लंच परोसा गया।

परिवार ने फ्राइड राइस ऑर्डर किया था। इस वजह से वे बैसरन जाने में देर हो गए और बाल-बाल बच गए। कन्नूर में रहने वाली लावण्या कपड़े का कारोबार करती हैं। उन्होंने फेसबुक पर एक वीडियो के जरिए पूरी घटना शेयर की है।

Pahalgam Attack में बच गया 11 जनों का परिवार

केरल का एक परिवार कश्मीर की वादियों का लुत्फ उठाने आया था। सब कुछ ठीक था सोनमर्ग और गुलमर्ग का टूर खत्म हो चुका था और अब पहलगाम जाने की तैयारी थी। गाड़ी पहलगाम (Pahalgam Attack) के लिए निकल चुकी थी। लेकिन दो दिन के टूर की वजह से परिवार ने दो-तीन दिन से नाश्ता नहीं किया था।

पहलगाम पहुंचने से पहले नाश्ता करने की तैयारी थी। लेकिन नाश्ते में ज्यादा नमक होने की वजह से ढाबा मालिक से बहस हो गई। ढाबा मालिक ने दोबारा बनाने का वादा किया और इस सब में काफी समय लग गया।

नाश्ते में नमक ज्यादा हुआ तो बची जान

पहलगाम (Pahalgam Attack) के लिए रवाना होते ही कुछ दूर जाने पर हमने देखा कि लोग हमारी ओर दौड़ रहे हैं। लेकिन, हम कुछ समझ नहीं पाए। एक गुजराती परिवार ने हमें आगे न जाने की सलाह दी और हमें वापस लौटने की सलाह दी। एल्बी जॉर्ज, उनकी पत्नी लावण्या, उनके बच्चे, लावण्या के माता-पिता और उनके बच्चों के साथ कई रिश्तेदार 18 अप्रैल को कोच्चि से एक यादगार छुट्टी मनाने के लिए निकले थे।

केरल का यह परिवार आतंकी हमले से था 2 किमी दूर

यह हमला लावण्या के परिवार की तय यात्रा से सिर्फ़ 2 किलोमीटर दूर हुआ। अगर खाने में कोई समस्या ना होती तो शायद यह परिवार भी इस हमले का शिकार (Pahalgam Attack) हो सकता था। जब वे दोपहर के भोजन के बाद बरसन के पास पहुंचे तो देखा कि घोड़े वाले भाग रहे थे और टैक्सियां ​​तेजी से वापस आ रही थीं।

लोग भी चिल्लाते हुए भाग रहे थे। केरल का परिवार उनकी भाषा तो नहीं समझ पाया। लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा जरूर हो गया कि आगे कुछ गड़बड़ है।

श्रीनगर में सुरक्षित है केरल का ये परिवार

घटना के बाद परिवार फिलहाल श्रीनगर में सुरक्षित है और 25 अप्रैल को केरल लौटने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने इस हादसे (Pahalgam Attack) में मारे गए पर्यटकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि किस्मत, संयोग और छोटी-छोटी चीजें कभी-कभी हमारे जीवन की दिशा बदल देती हैं।

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