Miss World 2025: हैदराबाद में होने वाली मिस वर्ल्ड 2025 प्रतियोगिता में थाईलैंड की ओपल सुचाता ने 107 सुंदरियों को हराकर खिताब जीत लिया है. सुचाता ने यह उपलब्धि 21 साल की उम्र में हासिल की है. वह थाईलैंड से पहली मिस वर्ल्ड 2025 (Miss World 2025) बन गई हैं. तो चलिए आगे जानते हैं कि क्या डॉक्टरों ने सर्जरी को जरूरी बताया था. जानिए मिस वर्ल्ड की जिंदगी की दर्दनाक कहानी?
थाईलैंड की फर्स्ट Miss World ने क्या कहा
Thailand’s Opal Suchata Chuangsri Crowned Miss World 2025! 👑✨
An Unforgettable Night Of Beauty And Empowerment At HITEX Exhibition Centre!
Big Congrats To Opal On This Amazing Victory! 🇹🇭💙#MissWorld2025 #OpalSuchata #BeautyWithAPurpose #HyderabadMoments #MissWorldThailand… pic.twitter.com/dWhVo8qpEU
— Filmy Glamour (@FilmyGlamour) June 1, 2025
थाईलैंड की सुंदरी ओपल सुचाता चुआंगसरी ने 21 साल की उम्र में मिस वर्ल्ड 2025 का खिताब जीत लिया। ओपल की जीत से न सिर्फ थाईलैंड को गौरव मिला, बल्कि एशिया में एक नई मिस वर्ल्ड 2025 (Miss World 2025) विजेता भी जुड़ गई.जीत के बाद सुचाता ने कहा, ‘मेरे देशवासी पिछले 72 वर्षों से पहली मिस वर्ल्ड के खिताब का इंतजार कर रहे थे।’ उन्होंने कहा, ‘जिस क्षण मुझे ताज पहनाया गया, मेरी आँखों के सामने सिर्फ़ मेरे परिवार, मेरे लोगों, मेरी टीम और उन सभी लोगों के चेहरे थे जिन्होंने इस सफ़र में मेरा साथ दिया। मैं अब और इंतज़ार नहीं कर सकता, मैं बस इस ताज के साथ थाईलैंड लौटने का बेसब्री से इंतज़ार कर रही हूँ.
कौन है ओपल सुचाता
20 मार्च 2003 को फुकेट शहर में जन्मी सुचाता चुआंग्सरी ने मिस वर्ल्ड 2025 (Miss World 2025) का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है. वह वर्तमान में थाईलैंड के प्रतिष्ठित थम्मासैट विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय मामलों का अध्ययन कर रही हैं। वह थाई, अंग्रेजी और चीनी भाषा बोलना जानती हैं. उन्होंने मिस यूनिवर्स 2024 प्रतियोगिता में थाईलैंड का प्रतिनिधित्व किया और वहां तीसरे स्थान पर रहीं। लेकिन बाद में उन्हें मिस यूनिवर्स थाईलैंड का खिताब छोड़ना पड़ा, जब उन्होंने मिस वर्ल्ड थाईलैंड 2025 का खिताब स्वीकार कर लिया।
ब्रेस्ट ट्यूमर का सफर
ओपल सुचता चुआंग्सरी ने न केवल अपनी खूबसूरती के लिए बल्कि सामाजिक सरोकारों के प्रति अपनी जागरूकता के लिए भी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। जब वह सिर्फ 16 साल की थी, फिर, एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या का सामना करने के बाद, उन्होंने महिलाओं के बीच स्तन कैंसर और इससे संबंधित सावधानियों के बारे में जागरूकता फैलाने का फैसला किया। इसी सोच के साथ उन्होंने ‘ओपल फॉर हर’ नामक पहल शुरू की, जो आज थाईलैंड में महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर एक प्रभावशाली सामाजिक आंदोलन बन चुका है।