Doctor Death : डॉक्टर्स को लोग जीवनदाता कहते है। डॉक्टर्स पर इतना भरोसा होता है कि वह अपना पूरा जीवन ही उनको सौंप देते है। ये भरोसा लोगों का डॉक्टर्स पर कायम है। लेकिन आज हम एक ऐसे डॉक्टर के बारे में बताने जा रहे जिसके बाद आप डॉक्टर्स के पेशे पर यकीन ना कर पाएंगे।
एक ऐसा डॉक्टर जो डॉक्टर डेथ (Doctor Death) के नाम से मशहूर हुआ और जिसके नाम कईं मर्डर शामिल है।
पुजारी के वेश में छिपे डॉक्टर डेथ को पुलिस ने पकड़ा
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बेहद खतरनाक और कुख्यात अपराधी को गिरफ्तार किया है। जिसे देश की आपराधिक दुनिया में ‘डॉक्टर डेथ’ (Doctor Death) के नाम से जाना जाता है। आरोपी की पहचान देवेंद्र शर्मा के रूप में हुई है। जो आयुर्वेदिक डॉक्टर होने के बावजूद सीरियल किलिंग, अवैध किडनी रैकेट और हत्या जैसे कई जघन्य अपराधों में शामिल रहा है।
67 वर्षीय देवेंद्र शर्मा 2023 में तिहाड़ जेल से पैरोल मिलने के बाद वापस नहीं लौटा और फरार हो गया। इसके बाद वह राजस्थान के दौसा जिले के एक आश्रम में पुजारी के वेश में छिपा हुआ था।
100 से ज्यादा हत्याएं और मगरमच्छों को खिलाए शव
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो डॉक्टर डेथ कहता था ‘हत्या करने में मजा आता है।’ कुख्यात सीरियल किलर डॉ. देवेंद्र शर्मा (67) पर 100 से ज्यादा हत्याएं और 125 किडनी ट्रांसप्लांट समेत कई आरोप हैं। अगस्त 2023 में तिहाड़ जेल से पैरोल पर बाहर आने के बाद डॉ. देवेंद्र शर्मा फरार हो गया।
दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम उसकी तलाश करती रही। वह छिपा हुआ था। आखिरकार उसे राजस्थान के दौसा स्थित एक आश्रम से साधु के वेश में गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने भक्त बनकर आश्रम में प्रवेश किया और बाबा का वेश धारण किए कुख्यात हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया।
2020 और 2023 में जंप कर चुका है पैरोल
डॉक्टर डेथ (Doctor Death) आदतन पैरोल जंपर है। वह 2020 में पहले भी पैरोल जंप कर चुका है। इस बार उसने दिल्ली और राजस्थान में दर्ज हत्या के मामलों में सजा काटते हुए अगस्त 2023 में दी गई पैरोल जंप कर ली। पुलिस उपायुक्त ने कहा, “शर्मा तिहाड़ जेल में अपनी सजा काट रहा था और अगस्त 2023 में पैरोल पर रिहा होने के बाद से फरार था। क्राइम ब्रांच को उसकी तलाश का काम सौंपा गया था।
अलीगढ़, जयपुर, दिल्ली, आगरा और प्रयागराज समेत कई शहरों में छह महीने के लंबे ऑपरेशन के बाद टीम ने उसे दौसा के एक आश्रम में ट्रेस किया, जहां वह झूठी पहचान के साथ एक आध्यात्मिक व्यक्ति के रूप में रह रहा था।
क्या है डॉक्टर डेथ देवेंद्र कुमार शर्मा की दास्तान?
डॉ. देवेंद्र कुमार शर्मा उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले हैं। उनके पिता बिहार के सीवान में एक दवा कंपनी में काम करते थे। 1984 में शर्मा ने बिहार से बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (B.A.M.S.) की डिग्री हासिल की।
ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने राजस्थान के बांदीकुई में जनता क्लीनिक नाम से अपना क्लीनिक खोला। उसने 11 साल तक इसे संचालित किया। वह पहली बार 1995 और 2004 के बीच अवैध किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट चलाने के लिए कुख्यात हुआ था।
कई अवैध धंधों के चलते कुख्यात हुआ था देवेंद्र
डॉक्टर डेथ (Doctor Death) पुलिस के सामने कई राज्यों में डॉक्टरों और बिचौलियों की मदद से 125 से अधिक अवैध प्रत्यारोपण करने की बात कबूल की। पुलिस सूत्रों ने बताया कि 1995 से 2004 के बीच उसने एक गिरोह बनाया। जिसने कथित तौर पर एलपीजी सिलेंडर ले जाने वाले ट्रकों को रोका, ड्राइवरों को मार डाला और खेप चुरा ली।
उसने टैक्सी ड्राइवरों की लक्षित हत्याओं को भी अंजाम दिया। पुलिस के एक सूत्र ने कहा, “उसका गिरोह ट्रक को बाजार में कबाड़ के रूप में तौर पर प्रत्येक मामले के लिए 7 लाख रुपये लेता था। शर्मा को किडनी गिरोह और सिलसिलेवार हत्याओं के सिलसिले में 2004 में गिरफ्तार किया गया था।”
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