Last rites: कहते हैं कि पैसे से सब कुछ संभव है. जेब भरी हो तो दुनिया रंगीन लगती है और रिश्तेदार भी अपने लगते हैं. लेकिन अगर पैसा न हो तो समाज और दुनिया ही नहीं, आपके अपने भी आपका हाल-चाल नहीं पूछते। इसी तरह एक बेटे ने पैसों की कमी के कारण अपने पिता का (Last rites) नहीं किया। आइए आगे जानते हैं कि यह सच्चाई कैसे सामने आई।
कितने साल का था बेटा
आपको बता दें कि जापान में 56 वर्षीय नोबुहिको सुजुकी ने अपने पिता के शव को दो साल तक अपने घर की अलमारी में छिपाकर रखा था. लाचार बेटा (Last rites) का खर्च उठाने को तैयार नहीं था. जनवरी 2023 में उसके 83 वर्षीय पिता की मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले का राज खोला. नोबुहिको सुजुकी ने टोक्यो में अपना चाइनीज रेस्टोरेंट एक हफ़्ते से नहीं खोला था. इससे पड़ोसियों में चिंता फैल गई।
कैसे खुला राज
उन्होंने पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस अधिकारी जांच के लिए सुजुकी के घर पहुंचे और अलमारी के अंदर छिपाए गए उसके पिता का कंकाल बरामद किया। पूछताछ में सुजुकी ने पुलिस अधिकारी को बताया कि उसने आर्थिक तंगी के कारण ऐसा किया। (Last rites) के लिए बहुत सारे पैसे की जरूरत थी. उसके पास इतने पैसे नहीं थे. यह स्पष्ट नहीं है कि उसके पिता की मौत कैसे हुई. सुजुकी ने दावा किया कि जब वह घर लौटा तो उसने अपने पिता को मृत पाया.
एससीएमपी की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने कहा कि सुज़ुकी को शुरू में अपने पिता की मौत के लिए दोषी महसूस हुआ. उसे लगा कि उसके पिता उसकी पीड़ा के लिए ज़िम्मेदार हैं. सुज़ुकी को गिरफ़्तार कर लिया गया है. पुलिस अधिकारी उसके खिलाफ़ पेंशन गबन के आरोपों की जाँच कर रहे हैं.
Last Rites करने में होते इतने रूपये खर्च
सैन होल्डिंग्स इंक के एक सर्वेक्षण के अनुसार, जापान में अंतिम संस्कार की औसत लागत 1.3 मिलियन येन (7.59 लाख रुपये से अधिक) है। अंतिम संस्कार की उच्च लागत के कारण, जापान में रिश्तेदारों द्वारा शव को छिपाने की घटनाएं भी हुई हैं. 2023 में एक 56 वर्षीय बेरोजगार व्यक्ति ने अंतिम संस्कार के खर्च से बचने के लिए अपनी 72 वर्षीय मां के शव को तीन साल (2019-2022) तक घर पर रखा. इस दौरान उसे पेंशन मिलती रही।