IAS: अगर कोई इंसान कुछ बनने, कुछ करने की ठान ले, तो दुनिया की कोई भी ताकत उसे रोक नहीं सकती. यह कहानी भी ऐसे ही एक व्यक्ति की है, जो गरीबी से निकलकर अब उस मुकाम पर पहुँच गया है जहाँ उसके माता-पिता को बहुत गर्व है. यह स्वाभाविक भी है. माता-पिता ने बहुत मेहनत की थी.तो चलिए इस बीच जानते हैं उन 5 आईएएस (IAS) और IPS के बारे में जिन्होंने छोटी सी उम्र में ही अपने माता-पिता का नाम रोशन कर दिया।
IAS अंसार शेख
अंसार शेख शुरू से ही एक मेधावी छात्र थे. महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के रहने वाले अंसार ने 21 साल की उम्र में पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर ली. अंसार ने परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 361 हासिल की. जो मालदा, पश्चिम बंगाल के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्यरत हैं.
वे पश्चिम बंगाल कैडर के 2016 बैच के आईएएस (IAS) अधिकारी हैं. उनके पिता यूनुस शेख अहमद एक ऑटो रिक्शा चालक हैं. उन्होंने बचपन से ही कड़ी मेहनत की है. अंसार एक बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं. और अब अंसार और वैजा की शादी 24 दिसंबर 2023 को हुई.
Also Read…W,W,W,W,W,W…. 11 खिलाड़ी मिलकर भी नहीं बना पाए 2 रन, नेपाल के गेंदबाज़ों ने बनाया शर्मनाक रिकॉर्ड
IAS अंकुर गर्ग
आईएएस (IAS) अधिकारी अंकुर गर्ग एजीएमयूटी कैडर के 2003 बैच के अधिकारी हैं, जिन्होंने 22 वर्ष की आयु में अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा में अखिल भारतीय रैंक 1 हासिल की थी. उन्होंने आईआईटी दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक और हार्वर्ड विश्वविद्यालय से अंतर्राष्ट्रीय विकास में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की है. वे अपनी शिक्षा और सिविल सेवा करियर में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए जाने जाते हैं.
आईएएस अधिकारी अनन्या सिंह
आईएएस (IAS) अधिकारी अनन्या सिंह उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली हैं, जिन्होंने 22 साल की उम्र में अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर सबको चौंका दिया. अनन्या सिंह बचपन से ही पढ़ाई में अच्छी थीं और आईएएस अधिकारी बनना चाहती थीं. उन्होंने स्नातक की पढ़ाई के दौरान ही यूपीएससी परीक्षा देने का फैसला कर लिया था और इसकी तैयारी भी शुरू कर दी थी. वर्ष 2019 में अनन्या ने यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया में 51वीं रैंक प्राप्त कर अपना सपना पूरा किया और अपने माता-पिता को गौरवान्वित किया.
IPS सफीन हसन
सफीन हसन का जन्म 1995 में गुजरात के पालनपुर में एक मजदूर परिवार में हुआ था. सफीन हसन को बचपन से ही कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. कभी पैसों की कमी के चलते स्कूल की फीस भरना मुश्किल होता था, कभी किताबें खरीदने के लिए मां को शादियों में रोटियां बनानी पड़ती थीं, तो कभी घर का खर्च चलाने के लिए पिता दिन-रात बिजली का काम करते थे. सफीन हसन ने महज 22 साल की उम्र में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2017 में 570वीं रैंक हासिल की थी. इस परीक्षा में सफलता के बाद सफीन को गुजरात कैडर में आईपीएस अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था.
डॉक्टर फिर IAS बने रोमन सैनी
रोमन सैनी मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले रोमन के पिता पेशे से इंजीनियर हैं और उनकी माँ गृहिणी हैं। 16 साल की उम्र में रोमन ने एम्स की परीक्षा पास कर ली थी. इसके बाद, एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने के बाद, उन्होंने राष्ट्रीय नशा मुक्ति उपचार केंद्र में काम करना शुरू कर दिया. रोमन सैनी ने 22 साल की उम्र में यूपीएससी परीक्षा पास की और सबसे कम उम्र के आईएएस (IAS) अधिकारियों में से एक बन गए। उन्हें मध्य प्रदेश कैडर मिला जहाँ वे सहायक कलेक्टर के पद पर तैनात थे।