Income Sources For Villagers : आजकल गांव के युवा अतिरिक्त आय (Income Sources For Villagers) के लिए अपना छोटा-मोटा व्यवसाय भी स्थापित करना चाहते है। पहले गांव के लोग खेती के अलावा रोज़मर्रा के छोटे-मोटे कामों के लिए शहरों और कस्बों का रुख करते थे।
वहीं अब युवा अपने घर-परिवार के साथ रहकर आय में बढ़ोतरी चाहते है। तो आइए जानते हैं कि गांव में कौन सा व्यवसाय शुरू करें ताकि आपको नियमित आय (Income Sources For Villagers) होती रहे।
1. मुर्गी पालन
गांव में पैसे कमाने (Income Sources For Villagers) के तरीके के लिए युवा मुर्गी पालन यानी अंडे और मांस का व्यवसाय भी शुरू कर सकते है। आप इसे छोटे पैमाने पर शुरू करके बाद में बड़ा बना सकते हैं। मुर्गी पालन के व्यवसाय को शुरू करने के लिए शुरुआत में 50-100 मुर्गियों को लाया जाए। इसके लिए एक छोटा सा शेड बनाएं जहां मुर्गियां सुरक्षित रहे। इनके अच्छे दाने और साफ पानी की व्यवस्था करें। साथ ही उनके टीकाकरण और साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखें ताकि बीमारियाँ न फैलें। फिर बस इनके मांस और अंडे से आप अच्छी कमाई कर सकते है।
ब्रॉयलर मुर्गियां 40-45 दिनों में तैयार हो जाती है और बाज़ार में ₹150-₹250 प्रति मुर्गी बिकती है। लेयर मुर्गियां रोज़ाना 1 अंडा देती है जिससे रोज़ाना कमाई हो सकती है। पैमाने के हिसाब से महीने में ₹10,000 से ₹50,000 तक की कमाई संभव है।
2. सब्ज़ियों और फलों के उत्पाद
खाद्य प्रसंस्करण गांव में पैसे कमाने के सबसे आसान तरीकों में से एक है। गांव के खेतों से आने वाले फल, सब्ज़ियां और अनाज को पैक करके बाज़ार में बेचा जाता है ताकि वे लंबे समय तक ताज़ा रहे और आसानी से ले जाए जा सके। गांव में भी इस तरह की पैकेजिंग का काम कर सकते है। इसके लिए बस ऐसे किसानों से मिलना होगा जो इस तरह की खेती करते है और उनके साथ साझेदारी करनी होगी।
इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए उत्पादों की पैकेजिंग के बाद, उन्हें रेस्टोरेंट, स्टोर और ऑनलाइन मार्केटप्लेस में बेचना होता है। इससे जो भी मुनाफा होगा, उसे दोनों आपस में बाँटकर भी अच्छा मुनाफा (Income Sources For Villagers) कमा सकते है।
3. मशरूम की खेती
गांव में व्यवसाय (Income Sources For Villagers) शुरू करने का एक विकल्प मशरूम उत्पादन भी है। मशरूम की खेती के लिए ज़्यादा जगह या खेत की ज़रूरत नहीं होती। मशरूम की खेती एक छोटे से कमरे में भी शुरू की जा सकती है। कम लागत और ज़्यादा उत्पादन के चलते तीन गुना तक मुनाफ़ा कमाया जा सकता है।
मशरूम की खेती के लिए सबसे पहले उपयुक्त सब्सट्रेट तैयार करना होता है। इसके बाद, इसमें मशरूम के बीजाणुओं को मिलाकर उचित तापमान और आर्द्रता पर रखा जाता है। मशरूम 10-15 दिनों में उगने लगते हैं। मशरूम की खेती के लिए अच्छी कम्पोस्ट खाद का प्रयोग करना होता है।
मशरूम की खेती में निवेश जल्दी वापस मिलने की संभावना है। अच्छी खेती से लाखों रुपये का मुनाफा (Income Sources For Villagers) कमाया जा सकता है। इसके अलावा, मशरूम में उच्च पोषण मूल्य होता है जो इसे उपभोक्ताओं के बीच लोकप्रिय बनाता है।
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