Pakistan: पड़ोसी मुस्लिम बाहुल देश पाकिस्तान पर पूर्व में अल्पसंख्यकों पर उत्पीड़न करने और उन्हें सामान अवसर ना देने के आरोप लगते रहे हैं। लेकिन अब लगता है कि मानों पाकिस्तान ने भी भारत के रास्ते पर चलने का फैसला ले लिया है। इसी कारण पाकिस्तान के इतिहास में एक ऐसी घटना हुई है जो आजतक कभी नहीं हुई और ना ही किसी ने पाकिस्तान से ऐसी उम्मीद की थी। दरअसल भारत की तरह ही पाकिस्तान (Pakistan) ने अब अल्पसंख्यकों को सामान अवसर देने का फैसला ले लिया है, यही कारण है कि पाकिस्तान ने इतिहास में पहली बार एक ईसाई महिला हेलेन मैरी रॉबर्ट्स को ब्रिगेडियर का पद दे दिया है।
हेलेन मैरी ने रचा Pakistan में इतिहास
अपने इतिहास में पहली बार पाकिस्तान (Pakistan) ने अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय की एक महिला अधिकारी को ब्रिगेडियर का पद सौंपा है। ये महिला पाकिस्तान (Pakistan) की थल सेना में कार्यरत हेलेन मैरी रॉबर्ट्स हैं। एक पाकिस्तानी अखबार के मुताबिक हेलेन को पाकिस्तानी सेना में ब्रिगेडियर के पद पर पदोन्नत किया गया है। इस बड़े पद पर पदोन्नत होने के बाद आर्मी मेडिकल कोर में सेवारत हेलेन मैरी रॉबर्ट्स पाक के इतिहास में अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाली पहली वन-स्टार अधिकारी बन गई हैं। बताया जा रहा है कि हेलेन रॉबर्ट्स पाक सेना के उन बड़े अधिकारियों में से एक थीं, जिन्हें सेलेक्शन बोर्ड ने ब्रिगेडियर और फुल कर्नल पद के लिए प्रमोट किया था।
Pakistan के पीएम ने दी हेलेन को बधाई
जैसे ही हेलेन को ब्रिगेडियर के पद पर पदोन्नति मिलने की खबरें सामने आई तबसे पाकिस्तान के कई नेताओं ने उन्हें बधाई देना शुरू कर दिया है। वहीं सोशल मीडिया पर भी उन्हें खूब बधाईयां मिल रही हैं। इसके साथ ही पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधान मंत्री मोहम्मद शहबाज शरीफ ने भी हेलेन को बधाई दी है। शरीफ ने हेलेन के बधाई देते हुए कहा,”पाकिस्तान की ईसाई समुदाय की सदस्य ब्रिगेडियर रॉबर्ट्स ने ये प्रतिष्ठित रैंक हासिल करने वाली पहली अल्पसंख्यक महिला बनकर इतिहास रच दिया है। पूरे पाकिस्तान को ब्रिगेडियर हेलेन और उनके जैसी हजारों अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की मेहनती महिलाओं पर बहुत गर्व है, जो कर्मठता के साथ देश की सेवा में लगी हुईं है”।
Pakistan में केवल 1.27 प्रतिशत हैं ईसाई
बता दें कि ब्रिगेडियर हेलेन एक सीनियर पैथोलॉजिस्ट हैं जो पिछले 26 सालों से पाकिस्तानी आर्मी में अपनी सेवाएं दे रही हैं। वहीं बताया जा रहा है कि पिछले साल रावलपिंडी में क्रिसमस के दौरान क्राइस्ट चर्च में एक समारोह हुआ था और इसमें पाक सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने देश में अल्पसंख्यक समुदाय की भागीदारी की खूब सराहना की थी। जिसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे सेना में अल्पसंख्यकों को एक अच्छा पद मिल सकता है।
वहीं, आपको बता दें कि पाकिस्तान (Pakistan) सांख्यिकी ब्यूरो ने 2021 में कुछ आंकड़े जारी किए थे और इनके अनुसार। पाकिस्तान में 96.47 प्रतिशत मुस्लिम लोग रहते हैं, इसके बाद मात्र 2.14 प्रतिशत लोग हिंदू हैं और इसाई पाकिस्तान में केवल 1.27 प्रतिशत हैं।