Posted inन्यूज़

नाग-नागिन की कहानी हुई सच? 42 दिन में लड़की को 10 बार काटा, फिर भी बची जिंदा

Uttarpradesh Is-The-Story-Of-The-Snake-And-The-Serpent-True-The-Girl-Was-Bitten-10-Times-In-42-Days-But-She-Still-Survived

Uttarpradesh: उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) के कौशांबी जिले के सिराथू तहसील के भैंसहापर गांव में 15 वर्षीय रिया मौर्य के साथ एक अद्भुत और रहस्यमयी घटना घटी। पिछले 42 दिनों के भीतर रिया को कुल 10 बार सांप ने काटा, लेकिन हर बार वह जिंदा बच गई। यह घटना पूरे गांव में चर्चा का विषय बन गई और लोगों में डर और अंधविश्वास का माहौल बन गया।

बार- बार सांप के काटने के बावजूद बची जान

Uttarpradesh

पहली घटना 22 जुलाई 2025 को हुई, जब रिया खेत जाने के दौरान सांप के काटने से घायल हुई। इसके बाद 13 अगस्त को दूसरी बार रिया को काटा गया। अगस्त के अंत में 27 से 30 अगस्त तक लगातार चार बार सांप ने उसे डस दिया। अंतिम घटना 3 सितंबर को हुई, जब रिया फिर से सांप के हमले का शिकार बनी। हर बार उसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया और डॉक्टरों ने उसकी जान बचाई।

यह भी पढ़ें: खेल-खेल में बच्चे ने बजाई बेल, लेकिन गुस्से में पड़ोसी ने उतार दिया मौत के घाट

पिता ने क्या कहा?

रिया के पिता, राजेंद्र मौर्य का कहना है कि कभी नहाते समय, कभी घर के कामकाज के दौरान और कभी शौच करते समय सांप ने हमला किया। इसके बाद पूरे गांव (Uttarpradesh) में डर और अंधविश्वास का माहौल बन गया। लोग इसे सांप की पुरानी दुश्मनी मान रहे हैं, तो कुछ लोग इसे चमत्कार और रहस्यमयी घटना कह रहे हैं।

सर्च ऑपरेशन में जुटा वन विभाग

वन विभाग ने सांप को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली। डॉक्टर हर बार रिया का इलाज करते रहे, लेकिन जहर का असर कभी अलग और कभी गंभीर रहा। परिवार ने तंत्र-मंत्र और झाड़-फूंक का भी सहारा लिया, लेकिन परिणाम नहीं मिला। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उपमुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से जांच और रिया के इलाज के निर्देश दिए।

सुरक्षा के लिए प्रशासन सतर्क

यह घटना न केवल कौशांबी बल्कि पूरे प्रदेश (Uttarpradesh) में चर्चा का विषय बनी है। वैज्ञानिक और विशेषज्ञ इसे दुर्लभ जैविक या पर्यावरणीय घटना मान रहे हैं, लेकिन कोई ठोस प्रमाण नहीं है। गांव वाले तो इसे नाग-नागिन की कहानी मानने लगे हैं।

42 दिनों में 10 बार सांप के हमले के बावजूद जिंदा बचने वाली रिया की बहादुरी और डॉक्टर्स की मेहनत की तारीफ हर कोई कर रहा है। यह घटना न केवल कौशांबी बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। लोग आज भी यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि आखिर कैसे रिया इतने खतरनाक हमलों से सुरक्षित बची।

यह भी पढ़ें: नए GST रेट लागू होने की तारीख तय, यहां देखें कौन-कौन सी चीज़ें होंगी सस्ती

Kamakhya Reley is a journalist with 3 years of experience covering politics, entertainment, and sports. She is currently writes for HindNow website, delivering sharp and engaging stories that connect with...

Exit mobile version