Pahalgam Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले (Pahalgam Attack) में 22 अप्रैल को शहीद हुए कानपुर के शुभम द्विवेदी की पत्नी ने सरकार से शहीद का दर्जा दिलाने की मांग की है। शुभम की पत्नी ऐशान्या ने कहा कि वह नहीं चाहतीं कि शुभम को कोई भूले।
उन्होंने आगे कहा कि अगर शुभम को ‘शहीद’ का दर्जा मिल जाता है तो हम सिर ऊंचा करके जी सकेंगे। हम कह सकेंगे कि वह हिंदू होने की वजह से मारा गया है। इसी वजह से सरकार ने भी उन्हें शहीद का दर्जा दिया है।
Pahalgam Attack से टूटी शुभम की पत्नी
पहलगाम अटैक (Pahalgam Attack) में जान गंवाने वाले शुभम की पत्नी ने कहा कि, ‘मैं सरकार से अनुरोध करती हूं कि उसे शहीद का दर्जा दिया जाए। शुभम को सबसे पहले गोली लगी थी। उसका चेहरा दिखाई नहीं दे रहा था। परिवार के लोगों को उसका चेहरा देखने का मौका भी नहीं मिला।’
हमले की भयावहता को याद करते हुए ऐशन्या ने बताया कि उसने आतंकियों से उसे भी मार डालने की गुहार लगाई थी। लेकिन उसे जिंदा छोड़ दिया गया ताकि वह पूरी घटना की जानकारी सरकार को दे सके।
पत्नी ऐशन्या शुभम को मिले शहीद का दर्जा
#WATCH | Kanpur, Uttar Pradesh | Wife of #PahalgamTerroristAttack deceased Shubham Dwivedi, says, “People forget the victims’ families such as those in Pulwama attack, attacks of 26/11… We don’t want Shubham to be forgotten and therefore I request the government to grant him… pic.twitter.com/JwWYg5XBoo
— ANI (@ANI) April 27, 2025
ऐशन्या ने कहा कि शुभम ने गर्व के साथ हिंदू होने की पहचान बताई और अपनी जान देकर कई लोगों की जान बचाई। अगर सरकार उसे शहीद का दर्जा दे तो मुझे भी जीने की वजह मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर तुम मुसलमान हो तो कलमा पढ़ो।
हमने कहा कि हम हिंदू हैं। ऐशन्या ने कहा कि पहलगाम अटैक (Pahalgam Attack) में शुभम को नजदीक आने पर जानबूझकर गोली मारी गई। जिसके बाद लोग सतर्क हो गए और भागने लगे। इससे कई लोगों की जान भी बच सकी है।
22 अप्रैल को अटैक में गंवाई थी जान
बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम अटैक (Pahalgam Attack) में 26 लोग मारे गए थे। मारे गए लोगों में कानपुर के शुभम द्विवेदी भी शामिल थे। शुभम की इसी साल 12 फरवरी को शादी हुई थी। वह अपनी पत्नी ऐशन्या और 11 परिजनों के साथ जम्मू-कश्मीर गए थे।
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