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सफाई कर्मचारी से डिप्टी मेयर बनीं महिला सड़कों पर बेच रही हैं सब्जी, वजह जानकर बिहार सरकार पर करेंगे थू-थू

Chinta Devi

Chinta Devi : शहर, राज्य या देश का कोई पदस्थ व्यक्ति अगर कुछ छोटा सा काम करने को मजबूर हो जाए तो हर कोई हैरान हो जाता है। पद पर रहते हुए भी उसकी कोई इज्जत ना रहे और उसकी मौजूदगी को नजरअंदाज किया जाए तो ये दिल को ठेस पहुंचाता है। कुछ ऐसा ही मामला बिहार के गया शहर में देखने (Chinta Devi) को मिला है। जिसे देखकर लोग काफी दुखी हुए हैं। और ये नजारा पूरे देश ने देखा है क्योंकि इसके फोटो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हुए है।

गया की डिप्टी मेयर ने उठाया ये कदम

Chinta Devi

दरअसल, गया शहर में सोमवार को एक ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने सभी को चौंका दिया। अधिकारियों की अनदेखी से परेशान निगम की डिप्टी मेयर चिंता देवी (Chinta Devi) ने केदारनाथ बाजार में सड़क पर बैठकर सब्जी बेचना शुरू कर दिया। यह नजारा देख शहर के लोग स्तब्ध रह गए और यह पूरी घटना चर्चा का विषय बन गई। चिंता देवी ने बताया कि जब से वह डिप्टी मेयर बनी हैं, नगर निगम के अधिकारी उन्हें कोई महत्व नहीं दे रहे हैं। वह कई बार कार्यालय गईं, लेकिन उनकी मौजूदगी को नजरअंदाज किया गया। इस अनदेखी से आहत होकर उन्होंने यह कदम उठाया।

 डिप्टी मेयर चिंता देवी ने बेचनी शुरू की सब्जी

Chinta Devi

अधिकारियों की अनदेखी से परेशान डिप्टी मेयर चिंता देवी (Chinta Devi) ने सब्जी बाजार में बैठकर सब्जी बेचना शुरू कर दिया। यह नजारा देख स्थानीय लोग स्तब्ध रह गए। लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी चिंता देवी ने कहा कि नगर निगम में उनकी कोई नहीं सुन रहा है और सम्मान नहीं मिलने से वह व्यथित हैं। चिंता देवी ने कहा कि जब से वह डिप्टी मेयर बनी हैं, नगर निगम के अधिकारी उन्हें कोई महत्व नहीं दे रहे हैं। वह कई बार कार्यालय गईं, लेकिन उनकी उपस्थिति को नजरअंदाज किया गया। इस उपेक्षा से आहत होकर उन्होंने जनता की सेवा छोड़ सब्जी बेचने का कदम उठाया।

नगर निगम में नहीं मिला सम्मान

शहर के केदारनाथ बाजार में जमीन पर बैठकर सब्जी बेच रही चिंता देवी (Chinta Devi) को देख लोग हैरान हैं। चिंता देवी का कहना है कि डिप्टी मेयर का पद मिलने के बाद भी वह आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं। नगर निगम में होने वाली किसी बैठक की जानकारी भी उन्हें नहीं दी जाती है। पहले वह नगर निगम में सफाई कर्मी थीं, अब डिप्टी मेयर हैं, फिर भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ है।

ऊंचे पद पर पहुंचने के बाद भी उन्हें जीविकोपार्जन के लिए सब्जी बेचनी पड़ रही है। केदारनाथ बाजार में जमीन पर बैठकर सब्जी बेच रही चिंता देवी (Chinta Devi) को देख लोग दंग हैं। वह पिछले साल नगर निगम की डिप्टी मेयर बनी थीं।

पहले नगर निगम में थी सफाई कर्मचारी

वर्ष 2023 के नगर निगम चुनाव में नागरिकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर उन्हें डिप्टी मेयर की कुर्सी पर बैठाया। इससे पहले वह (Chinta Devi) नगर निगम में झाड़ूरनी के पद पर कार्यरत थीं। केदारनाथ बाजार में सब्जी बेचने के बाद वे चुनावी मैदान में कूद पड़ीं। चुनाव में वे विजयी हुईं। राज्य सरकार डिप्टी मेयर को यात्रा भत्ता के रूप में हर महीने 10 हजार रुपये देती है।

लेकिन उन्हें अगस्त से यात्रा भत्ता की राशि नहीं मिली है। इस कारण वे आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं। उन्होंने कहा कि बार-बार उनकी उपस्थिति को नजरअंदाज किया गया। जिसके कारण उन्हें (Chinta Devi) इस तरह सब्जी बेचने को मजबूर होना पड़ा।

पिछले साल ही चुनाव जीतकर बनी डिप्टी मेयर

गौरतलब है कि पिछले नगर निगम चुनाव में चिंता देवी (Chinta Devi) डिप्टी मेयर पद के लिए चुनाव लड़ी थीं। जनता ने उन्हें रिकॉर्ड मतों से विजयी बनाया था। इससे पहले वे 40 वर्षों तक गया नगर निगम में सफाई कर्मी के पद पर कार्यरत थीं। चिंता देवी (Chinta Devi) सफाई कर्मी से डिप्टी मेयर बनने पर लोगों ने उन्हें खूब बधाई दी। उसने यह भी सोचा था कि शायद जीवन सुधर जाएगा, लेकिन सब कुछ विपरीत दिशा में जा रहा है।

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