Tsunami In Japan : रूस में आए भयानक भूकंप के बाद अमेरिका समेत जापान और अन्य देशों में सुनामी (Tsunami In Japan) की लहरें उठ रही है। सबसे ज्यादा हाल खराब जापान का है। जहां पर सुनामी की हालात और भी भयावह होते जा रही है। जापान के उत्तरी द्वीप होक्काइडो और रूस के कुरील द्वीप समूह में पानी की ऊंची लहरें दर्ज की गई।
जापान के फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के कर्मचारियों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया। साथ ही तट के लोगों के लिए भी चेतावनी जारी की गई।
सुनामी से जापान में लाखों लोगों की जान खतरे में
A massive 8.7 magnitude earthquake rocks Russia’s Kamchatka Peninsula triggering 4m high tsunami waves.
Heavy losses in infrastructures.
Evacuations underway across Kamchatka and Japan’s eastern coast.
Worst quake in decades! #Earthquake #Tsunami pic.twitter.com/zaE9bCwe86
— Sunanda Roy 👑 (@SaffronSunanda) July 30, 2025
जापान की सुनामी (Tsunami In Japan) सलाह के अनुसार, जो सुनामी चेतावनी से कम स्तर की चेतावनी है। पूर्वी होक्काइडो में भूकंप के लगभग डेढ़ घंटे बाद सुनामी की पहली लहर आने की आशंका है। सरकार ने कहा कि उसने जानकारी एकत्र करने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है।
जापान ने टोक्यो खाड़ी सहित कई क्षेत्रों में सुनामी को लेकर चेतावनी जारी कर दी है। सोशल मीडिया पर भी इसके फोटोज और वीडियो वायरल हो रहे है। उनमें इस स्थिति साफ़ दिखाई दे रही है।
भूकंप के चलते सुनामी का खतरा जापान में अधिक
खबरों की माने तो साथ ही टोक्यो विश्वविद्यालय के भूकंप विज्ञानी शिनिची सकाई ने एनएचके को बताया कि यदि भूकंप का केंद्र सतह के पास है। तो दूर का भूकंप भी सुनामी (Tsunami In Japan) का कारण बन सकता है जो जापान को प्रभावित करेगा।
जापान जो प्रशांत अग्नि वलय के रूप में जाने जाने वाले क्षेत्र का हिस्सा है, दुनिया के सबसे अधिक भूकंप-प्रवण देशों में से एक है। इसके चलते लाखों लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त होने वाला है। लाखों लोगों को सचेत रहने और अपनी जाना बचाने के निर्देश दिए गए है।
किन कारणों से आती है सुनामी की आफत
सुनामी (Tsunami In Japan) का आना प्राकृतिक कारणों के चलते होता है। जिसमें भूकम्प का कारण सबसे अधिक होता है। जब समुद्र तल में अचानक हलचल होती है तो पानी ऊपर-नीचे होता है जिससे ऊंची लहरें बनती हैं। ये लहरें समुद्र में तेजी से फैलती हैं और तट पर पहुंचकर भारी तबाही मचा सकती हैं। सुनामी लहरें सामान्य समुद्री लहरों से काफी अलग होती हैं।
सुनामी (Tsunami In Japan) की लहरें काफी दूरी से आती हैं और तट पर पहुंच अधिक ऊंचाई ले लेती है। इनका वेग तट पर तो कम होता है लेकिन ऊँचाई अधिक होने के चलते वह अधिक विनाशकारी हो जाती है। तट पर पहुंचने पर इनकी गति धीमी हो जाती है और ऊंचाई बढ़ जाती है। इसका प्रभाव काफी विनाशकारी हो सकता है।