Bharatiya Janata Party : अभी तक देश की जनता के सामने आए रुझानों से एग्जिट पोलों में किए गए सभी दावें धवस्त हो गए हैं। लभगभ सभी एग्जिट पोलों में एनडीए को 400 सीटों के पार पहुंचा दिया गया था। लेकिन रुझान सामने आने के बाद फिलहाल बीजेपी को बढ़त नहीं बल्कि नुकसान हुआ है। बेशक के सरकार मोदी जी की ही बनेंगी लेकिन क्या आप जानतें हैं कि एनडीए को नुकासन क्यों हुआ है। और वीपक्षी खेमें ने बीजेपी (Bharatiya Janata Party) की किन गलतियों का फायदा उठाकर खुद को पहले के मुकाबले ज्यादा मजबूत कर लिया है। आइए जानते हैं।
1. गलत प्रत्याशियों को दिया टिकट
इस चुनाव में देखा गया है कि बीजेपी ने कई पुराने नेताओं पर विश्वास जताते हुए उन्हें टिकट दिया है। इन पुराने नेताओं में से कई नेता ऐसे थे जो अलोकप्रिय सांसद थे, लेकिन फिर भी उन्हें टिकट दे दिया गया। टिकट वितरण में हुई इस गलती के कारण ही बीजेपी को कई सीटों का नुकसान हुआ है। एक ओर बीजेपी (Bharatiya Janata Party) ने ये चुनाव सिर्फ मोदी के नाम पर लड़ा है तो वहीं विपक्ष ने मोदी पर ज्यादा प्रहार किए बिना स्थानीय मुद्दों को ध्यान में रखते हुए अपना प्रचार प्रसार किया है। जहां बीजेपी चाहती थी की इस चुनाव में लोग राम मंदिर, विश्वगुरू बनाने का सपना या फिर मोदी की गारंटी के नाम पर वोट दें, तो वहीं, इंडिया गठबंधन ने इस चुनाव को लोकलाइज करने की कोशिस की और कई हद तक वो इसमें कामयाब भी रहे।
2. विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश
बीजेपी (Bharatiya Janata Party) ने 2023 से ही विपक्ष को कमजोर करने की कोशिस शुरू कर दी थी। लेकिन विपक्ष कमजोर नहीं बल्कि और मजबूत होता चला गया। बेजीपी ने संसद से जिस तरह से विपक्ष के कई सांसदों को निलंबित करवाया, जिस तरह से बीजेपी ने ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल कर विपक्षी नेताओं को जेल में डालने की मुहीम चलाई, इन सभी के कारण बीजेपी की इमेज काफी खराब हुई और इसका खामियाजा उन्हें इस चुनाव में भुगतना पड़ा। इसके साथ ही चुनाव से ठीक पहले बीजेपी ने इंडिया गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के खाते सीज कर पूरे गठबंधन की कमर तोड़ देने का प्रयास भी किया था। इससे भी विपक्ष की जनता के सामने लाचार इमेज बनी और बीजेपी की इमेज एक तानाशाह के रूप में सामने आई।
3. भ्रष्टाचारियों को पार्टी में शामिल करना
2014 में जब भाजपा (Bharatiya Janata Party) सत्ता में आई थी तो सबसे बड़ा मुद्दा था भ्रष्टाचार को खत्म करना और काला धन वापस लाना। लेकिन सरकार बनाने के बाद भाजपा ने काला धन के खिलाफ कोई बड़ी कार्ऱवाई नहीं की। इसके साथ ही उन्होंने अपनी पार्टी में कई ऐसे नेताओं को शामिल किया जिन्हें खुद भाजपा के नेताओं ने खुले मंच से भ्रष्टाचारी कहा था (3 mistakes of BJP)। बीजेपी में 2014 के बाद तमाम ऐसे नेता जोड़े गए हैं जिनपर पहले भ्रष्टाचार के कई मामले चल रहे थे और बीजेपी ज्वाइन करने के बाद ये मामले रफा दफा हो गए।
विपक्षी नेताओं ने बीजेपी की इस हरकत (3 mistakes of BJP) को जनता के सामने रख इसका भी काफी फायदा उठाया है। इसके साथ ही चुनाव से कुछ ही दिन पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनावी बॉन्ड को असंवैधानिक करार करना भी बीजेपी के लिए काफी बड़ा झटका साबित हुआ है।
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