Vinesh Phogat: भारतीय स्टार पहलवान विनेश फोगाट ( Vinesh Phogat ) ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी। अब खबर आ रही है की विनेश फोगाट ( Vinesh Phogat ) कांग्रेस ज्वाइन करने के ठीक दो दिन बाद ही पार्टी छोड़ सकती है। खबरों की माने तो विनेश के कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद से ही पार्टी के अंदर खलबली मच गई है। बता दें, विनेश को जुलाना सीट से टिकट दिया गया है। जिससे पार्टी के कई कार्यकर्ता नाराज है और पार्टी के इस फैसले का विरोध कर रहे है।
Vinesh Phogat को टिकट देने पर कांग्रेस नेता खफा
जुलाना सीट से पहलवान विनेश फोगाट ( Vinesh Phogat ) को टिकट मिलने के बाद हरियाणा कांग्रेस में नाराजगी नजर आ रही है। खबरों की माने तो टिकट के कई उम्मीदवारों ने फोगाट को लेकर आयोजित कार्यक्रम से दूरी बना ली। साथ ही टिकट वितरण को लेकर AICC यानी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के दफ्तर के बाहर भी प्रदर्शन किया गया। हाल ही में फोगाट कांग्रेस में शामिल हुईं हैं। उनके साथ पहलवान बजरंग पूनिया ने भी पार्टी का दामन थामा था।
बता दें, हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 5 अक्टूबर को मतदान होना है और मतों की गिनती 8 अक्टूबर को की जाएगी।
Vinesh Phogat के सम्मान में आयोजित किया गया था कार्यक्रम
विनेश फोगाट ( Vinesh Phogat ) के सम्मान में बख्ता खेड़ा गांव में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाना सीट से टिकट के कई दावेदार नेता कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। इन नेताओं में परमिंदर सिंह धुल, धर्मेंद्र धुल और रोहित दलाल समेत कई नाम शामिल हैं। कथित तौर पर ये नेता फोगाट को जुलाना सीट से उतारे जाने से नाराज हैं।
टिकट मिलने के बाद पहली बार ससुराल पहुंची थी Vinesh Phogat
अखबार ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि स्थानीय नेताओं को लग रहा है कि उनके काम को नजरअंदाज किया गया और बाहर को लाया गया। हालांकि, इस दौरान टिकट के कुछ दावेदार रहने नेता कार्यक्रम का हिस्सा बने थे। कहा जा रहा है कि विनेश फोगाट ( Vinesh Phogat ) के कार्यक्रम में बेहद कम लोग शामिल हुए थे। कांग्रेस का टिकट मिलने के बाद वह पहली बार ससुराल पहुंचीं थीं। उन्होंने पौली गांव से रोड शो किया, जो रोहतक-दिल्ली हाईवे पर आता है।
कांग्रेस कार्यकर्ता ने AICC मुख्यालय पर किया था प्रदर्शन
हरियाणा में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने AICC मुख्यालय के बाहर रविवार को विरोध प्रदर्शन किया और पार्टी में ‘बाहरी लोगों’ के बजाय स्थानीय नेताओं को वरीयता दिए जाने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट दिए जाने पर नाराजगी जताने के लिए प्रदर्शन किया। अधिकतर प्रदर्शनकारी हरियाणा के बवानी खेड़ा से थे और उन्होंने ‘बाहरी प्रत्याशी बर्दाश्त नहीं करेंगे’ की तख्तियां थाम रखी थीं।