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अगर कुंडली में शनि के है भाव , तो जाने क्या होगा परिणाम

अगर कुंडली में शनि के है भाव , तो जाने क्या होगा परिणाम

शनि देव सुख समृद्धि के देवता माने जाते है, वैसे तो हर दिन ईश्वर का दिन है, परन्तु शनिवार को इनका दिन मन जाता है. इनकी आस्था पूजा करने से घर में सुख शांति बनी रहती है. प्रत्येक शनिवार को शनि देव के मंदिर जाना चाहिए. और इनके मूर्ति पर सरसों का तेल, गुड़, काला तिल चढ़ाना चाहिए, ऐसा करने से हमारे रोजगार में बढ़ोतरी होती है, और शनि देवता प्रसन्न होकर हमारी कष्ट को हर लेते है.

शनि  हैं न्यायधीश

हमारे शरीर में सभी नौ ग्रहों के तत्व मौजूद हैं. ग्रह और देवता में फर्क होता है. लेकिन देवी या देवता ग्रहों के ग्रहपति माने गए है. इसीलिए प्राचीन काल में ही इनके कार्य नियुक्त कर दिए गए थे. मान्यता है, की सूर्य को राजा, बुध मन्त्री, मंगल सेनापति, शनि न्यायधीश और केतु राहु प्रशासक है.

कुंडली में शनि दोष हो तो क्या करें उपाय

अगर आपकी कुंडली में शनि का दोष है, तो आप जरूर करे ये उपाय. जिससे शनि देवता प्रसन्न होकर आपकी सारी परेशानियां ख़त्म कर दें. कुंडली के प्रथम भाव यानि लग्न में शनि हो तो भिखारी को तांबा या तांबे का सिक्का कभी भी न दान करें. वरना ऐसा करना से पुत्र को दोष होता है. और अष्टम भाव में है, तो घर न बनाये न ख़रीदे.

शनि दोष होने से ना करें ये काम

शनि देव हर व्यक्ति के जीवन में अनुशासन संघर्ष और सफलता लाते हैं. यह जीवन में संघर्ष और लंबे समय तक चलती है. व्यक्ति को कानून और शरीर से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. आपकी कुंडली में शनि का प्रकोप हो तो यह कुछ काम कभी ना करें, जैसे बासी और खराब भोजन खाना, अपने से नीचे दर्जे के लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करें. किसी की चुगली ना करें. किसी के साथ गलत व्यवहार ना करें. किसी के साथ छल कपट करने से शनि देव नाराज होते हैं. शनि देव को पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाकर गरीबों को भोजन कराना तथा किसी असहाय की मदद करना पसंद है। इसके साथ ही बहुत देर रात तक भोजन ना करें तथा शनिवार के दिन नाखूनों को ना काटे. शनिवार के दिन बाल दाढ़ी ना काटे. सफाई प्रत्येक दिन करें शनिवार के दिन किसी को लोहे की चीज दान करें.जुआ सट्टा न खेले   ये शनि देवता को बिलकुल भी नहीं पसंद है मांस मदीरा का सेवन भी नहीं करें ।

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