Raksha Bandhan 2025: भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2025) हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस दिन बहन अपने भाई को राखी बांधकर उसके सुखी जीवन की कामना करती है. फिर भाई अपनी बहन को उपहार देकर जीवन भर उसकी रक्षा करने का वचन देता है. इस वर्ष रक्षाबंधन 9 अगस्त को मनाया जाएगा. जिस प्रकार विवाह और गृहप्रवेश आदि के लिए शुभ मुहूर्त देखा जाता है.
उसी प्रकार राखी बाँधने के लिए भी शुभ मुहूर्त देखना ज़रूरी है. धार्मिक मान्यता है कि यदि कोई कार्य शुभ मुहूर्त में किया जाए तो उसका परिणाम सकारात्मक होता है, जबकि अशुभ मुहूर्त में किया गया कार्य नकारात्मक परिणाम दे सकता है.
राखी बांधने का सही समय
🧿Rakhi muhurat
इस साल श्रावण मास की पूर्णिमा 8 अगस्त 2025 को दोपहर 2:12 मिनट से शुरू होकर,9 अगस्त को दोपहर 1:24 मिनट पर समाप्त है
उदया तिथि के हिसाब से रक्षाबंधन त्यौहार 9 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा
इस दिन सूर्योदय सुबह 5:47 मिनट पर होगा🌺रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) के दिन सुबह… pic.twitter.com/9B7zBL04gj
— Astro Jahanvi Rajpurohit (@JahanviRajpuro3) July 29, 2025
9 अगस्त को राखी बाँधने (Raksha Bandhan 2025) का शुभ मुहूर्त सुबह 5:21 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक है. इस समय तक बहनें अपने भाइयों को राखी बाँध सकती हैं. इसके बाद भाद्रपद मास शुरू हो जाएगा. रक्षाबंधन के दिन सौभाग्य योग का संयोग बन रहा है. सौभाग्य योग 10 अगस्त को सुबह 2:15 बजे समाप्त होगा. इसके बाद शोभन योग बनेगा. वहीं, सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग सुबह 05 बजे 47 मिनट से लेकर दोपहर 02 बजे 23 मिनट तक है. इसके साथ ही श्रवण नक्षत्र (श्रवण नक्षत्र मुहूर्त) दोपहर 02 बजे 23 मिनट तक है.
Also Read…सिर्फ एक मोबाइल की कीमत में कार? जुलाई में इन 3 कारों की बंपर बिक्री, शोरूम वालों के उड़े होश
रक्षाबंधन 2025 अशुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, गुलिक काल शनि ग्रह से संबंधित है और इसका प्रभाव मिश्रित होता है, अर्थात न तो पूर्णतः शुभ और न ही पूर्णतः अशुभ. 9 अगस्त को गुलिक काल प्रातः 5:47 बजे से 7:27 बजे तक रहेगा. राहुकाल का समय अत्यंत अशुभ माना जाता है और इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए.
9 अगस्त को राहुकाल सुबह 9:07 बजे से 10:47 बजे तक रहेगा. दुर्मुहूर्त दिन में दो बार आता है, पहला शाम 5:47 से 6:40 तक और दूसरा शाम 6:40 से 7:34 तक. यह समय विघ्न और असफलता लाने वाला माना जाता है, इसलिए इस दौरान राखी न बाँधें (Raksha Bandhan 2025).
इस समय में गलती से भी न बंधे राखी
राहुकाल की तरह यमगण्ड काल भी नकारात्मक प्रभाव डालता है और इसे मृत्यु से जुड़ा काल कहा जाता है. पंचांग के अनुसार यमगण्ड काल का समय 9 अगस्त को दोपहर 2:06 बजे से 3:46 बजे तक रहेगा राखी न बांधे (Raksha Bandhan 2025). आदल योग शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के फल देता है. यह योग चंद्रमा से संबंधित एक विशेष योग है, जो व्यक्ति की मानसिक, वैवाहिक और निर्णय क्षमता को प्रभावित करता है. यह योग 9 अगस्त को दोपहर 2:23 बजे से अगले दिन 10 अगस्त को सुबह 5:48 बजे तक रहेगा।
पंचांग में वर्ज्य काल को भी अशुभ समय माना गया है. 9 अगस्त को वर्ज्य काल शाम 6:18 बजे से 7:52 बजे तक रहेगा. इस दौरान विवाह, यात्रा, पूजा आदि शुभ कार्यों को वर्ज्य काल के रूप में नहीं करना चाहिए। बाण काल किसी भी शुभ कार्य के लिए अशुभ होता है और इस अवधि में गृह प्रवेश, विवाह, नया व्यवसाय शुरू करने या कोई भी बड़ा निर्णय लेने से बचना चाहिए।
Also Read…आखिर किसका है ये बच्चा? भाई या दिवंगत राजा……राजा रघुवंशी के मामले में सामने आया चौंकाने वाला सच