महेंद्र सिंह धोनी भारत के सफलतम कप्तान हैं जिन्हें केवल भारतीय ही नहीं बल्कि विश्व के क्रिकेट फैंस भी पसंद करते हैं। उनमें स्पोर्ट्समैन स्पिरिट और उनके व्यवहार के लोग कायल हैं। भारत ने उनकी कप्तानी में ऐसे मुकाम हासिल किए जिसके विषय में सोचना मुश्किल था इसलिए महेंद्र सिंह धोनी आज भी क्रिकेट प्रेमियों की जुबां पर रहते हैं।
धोनी की सफलता के चर्चे तो खूब हैं उनकेे फैंस भी बड़ी संख्या में हैं लेकिन विश्व क्रिकेट फैंस में जितने विदेशी धोनी से नफरत करते हैं उससे ज्यादा उनके देश के भारतीय ही धोनी को नापसंद करते हैं। इस नापसंदगी की कई बड़ी वजह है तो चलिए आज उन पर एक नजर डालते हैं।
टेस्ट में बुरा रहा प्रदर्शन
भारत ने 2011 में दूसरी बार 28 साल बाद विश्व कप जीता था जिसके चलते उनकी खूब वाहवाही हुई लोगों ने उन्हें सरमाथे पर बिठाया लेकिन 2011 के विश्व कप के बाद भारतीय टीम का टेस्ट में प्रदर्शन बेहद खराब हो गया। टीम लगातार 8 मैच हार चुकी थी।
इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमों के सामने सभी मैच गंवाना किसी को भी रास नहीं आ रहा था बोर्ड भी इस बात को समझ रहा था। धोनी की कप्तानी में टीम का बुरा प्रदर्शन धोनी से नफरत करने वालों की संख्या में बड़ा इजाफा ले आया वो कई लोगों में अपनी लोकप्रियता खो चुके थे।