“विराट ने ईशान का दोहरा शतक लगवाया” कप्तान KL Rahul ने दिया बड़ा बयान, कोहली को दिया ईशान की जीत का श्रेय∼
BAN vs IND: भारतीय टीम और बांग्लादेश के खिलाफ आज यानि 10 दिसंबर को 3 मैचों की वनडे सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला गया। चटगांव में खेले गए इस मैच में भारत ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए मेजबान टीम को उनकी ही ज़मीन पर 227 रनों से हरा दिया। बता दें कि इंडियन टीम के द्वारा दिए गए 409 रनों के विशाल स्कोर के जवाब में बांग्लादेश की टीम 34 ओवरों में 180 रनों पर ही सिमट गई। वहीं, काफी समय बाद भारत की यह बहुत बड़ी जीत है। इस शानदार जीत पर रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में टीम की कमान संभाल रहे केएल राहुल (KL Rahul) ने खुशी जाहिर करते हुए ईशान किशन (Ishan Kishan) पर बड़ा बयान दिया।
KL Rahul ने ईशान किशन की पारी पर दिया बड़ा बयान
दरअसल दरअसल बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे ईशान किशन (Ishan Kishan) तूफानी बल्लेबाजी करते हुए दोहरा शतक जड़ दिया। इस दौरान ईशान के साथ विराट भी मौजूद थे, उन्होंने भी बांग्लादेश के खिलाफ अपना 74 वां शतक पूरा किया। वहीं, मैच खत्म हो जाने के बाद केएल राहुल (KL Rahul) ने ईशान किशन की पारी की तारीफ करते हुए अपने बयान में कहा कि,
“विराट और ईशान की बल्लेबाजी देखकर अच्छा लगा। किशन ने जैसे शुरूआत की, वह पहली ही गेंद आक्रामक लग रहे थे। उन्हें मौका मिला और उन्होंने उसे दोनों हाथों से लपका। वनडे में दोहरा शतक लगाना अक्सर आसान नहीं होता है। विराट ने भी अपने अनुभव का इस्तेमाल किया और उनका मार्गदर्शन किया। बल्लेबाजों ने बहुदारी दिखाई और हमनें गेद से भी ऐसा ही करने का फैसला किया। पिच से ज्यादा मदद नहीं मिली थी। चोटिल खिलाड़ी टीम के लिए अभी एक मसला है, लेकिन इससे नए खिलाड़ियों को मौका मिलता है। हम इस आत्मविश्वास और लय को टेस्ट में जारी रखना चाहेंगे।”
ईशान ने अपनी जीत का विराट और सूर्या को दिया श्रेय
वहीं, इस मैच में टीम इंडिया की पारी खत्म होने के बाद ईशान किशन (Ishan Kishan) ने मैच प्रेज़न्टैशन में बातचीत करते हुए इस बात पर दुख जताते हुए बताया कि, जब 15 ओवर बचे थे वे आउट हो गए जबकि वह तिहरा शतक भी जड़ सकते थे। हालांकि ईशान ने अपने दोहरे शतक का श्रेय विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव को दिया। उन्होंने आगे कहा कि,
“विराट भाई के साथ बल्लेबाजी करते हुए बहुत अच्छा लगा। उन्हें खेल की इतनी अच्छी समझ है। जब मैं 90 के स्कोर पर था तब वह मुझे शांत कर रहे थे। मैं इसे एक छक्के के साथ लाना चाहता था, लेकिन उन्होंने कहा कि इसे सिंगल में प्राप्त करें क्योंकि यह मेरा पहला शतक था। सूर्या भाई के साथ भी मेरी बातचीत हुई थी। उन्होंने कहा कि जब आप खेल से पहले बल्लेबाजी करते हैं, तो आप गेंद को अच्छी तरह देखते हैं। मैंने खुद पर ज्यादा दबाव नहीं लिया। बस मौके का फायदा उठाना चाहता था।”
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