लखनऊ: कानपुर के कुख्यात अपराधी और बिकरू कांड के प्रमुख मुजरिम गैंगस्टर का दुबे क एनकाउंटर हो चुका है अंतिम संस्कार भी कर दिया जो उसके साथी है वो लगातार पुलिस की पकड़ में आते जा रहे हैं। विकास दुबे के एनकाउंटर पर लोगों के सवाल पुलिस का पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसे में एडीजी लॉ-एंड-ऑर्डर प्रशंआत कुमार अपने जवाबों के साथ सामने आ गए हैं।
संस्थाओं को देंगे जवाब
एनकाउंटर को लेकर उठते सवालों पर प्रशांत कुमार ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। उन्होंने सभी को जवाब देने की बात कही है। हम लोग लीगल कार्रवाई करते हैं। हमारे ऊपर जितनी भी संस्थाएं हैं हम सब के प्रति जवाबदेह हैं। हम हर कार्य को कसौटी पर कसते हैं और सही निकलने पर ही उस पर अमल करते हैं। हम सभी संस्थाओं को जवाब देंगे। हमारे पास सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन के अनुसार सारे जवाब हैं।
विकास ने क्या दी जानकारी
विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर लोगों का मानना है कि सारे राज दब गए, लेकिन विकास लगभग पुलिस एसटीएफ की गिरफ्त में रहा इस लिए सवाल लाज़मी है कि पुलिस ने कुछ जानकारी निकाली या नहीं इस सवाल पर प्रशांत कुमार ने कहा है कि हम कार्रवाई करेंगे।
उन्होंने कहा,
‘हमारी टीम जो इसमें इन्वॉल्व रही है, हो सकता है उन्होंने बातचीत की हो. अगर बातचीत हुई होगी तो वह रिपोर्ट आएगी और वैसे भी किसी के कहने का जो इतना बड़ा गैंगस्टर है, क्या भरोसा. वह गलत चीजें भी बता सकता है और सही चीजें भी. उसके द्वारा कही गई बातों को हम पिंच ऑफ सॉल्ट लेंगे और उसे परखने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे।’
करेंगे सघन जांच
विकास दुबे के पुलिस के हमले को लेकर एडीजी ने कहा कि इसका कोई अंदाज़ा नहीं है। यह तो बहुत ही जघन्य और दर्दनाक घटना थी. क्योंकि अब घटना हो गई है, हम इस घटना के तार-तार निकालेंगे और दोषियों को मुकम्मल सजा दिलाएंगे।
विकास दुबे का पुलिस के साथ देने की बात पर विवेचना के दौरान सभी पहलू देखे जाएंगे. हमारे दो लोगों को ऑलरेडी जेल भेजा जा चुका है और कोई एविडेंस आता है तो उसे आगे भी देखा जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुठभेड़ हो जाती है!
विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर राज्य में खौफ है लोग डर भी रहे हैं आस स्थिति पर लाखों लोग गिरफ्तार होते हैं उसमें से कितने परसेंट मुठभेड़ में मारे जाते हैं। एनकाउंटर की कोई पॉलिसी नहीं है ना तो स्टेट की और न विभाग की, लेकिन यदि कोई भागता है तो पुलिस को जवाब देना पड़ता है। हम लोग कभी इसके पक्ष में नहीं है कि मुठभेड़ की जाए और मुठभेड़ की नहीं जाती, मुठभेड़ हो जाती है।
क्यों तोड़ा गया घर
विकास के घर तोड़ने को लगातार एक बदले के रुप में दिखाया जा रहा है इसको किसी कानून की किताब में न होने की बातें हो रही है इसको लेकर यूपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि लोकल पुलिस को सूचना मिली थी कि घर में हथियारों का जखीरा हो सकता है।क्योंकि इस तरीके की घटना पहले कभी नहीं हुई थी। ऐसे में मकान को सर्च किया गया और वहां से बम और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई। इतने लोग होते हैं पुलिस कभी किसी का क्या घर तोड़ती है…क्यों तोड़ेगी ?
बचे हुए अपराधियों का क्या होगा ?
बिकरू कांड में विकास दुबे के अलावा दर्ज किए गए आरोपियों में अभी 12 अपराधी बाहर है। इसको लेकर जवाब आया है कि हमने कहा कि हम उन्हें गिरफ्तार करेंगे। हम विकास दुबे को भी कोर्ट में पेश करते। हमारा उद्देश्य लीगल तरीके से इनको सजा दिलाना है। यह कोशिश करेंगे कि कोई बचे ना। इनको भी गिरफ्तार करेंगे।