कानपुर पुलिस की अपराधियों से साठगांठ और मजलूमों को सताने के मामले कम होने के नाम ही नहीं ले रहे हैं। हाल में हुए चौबेपुर के बिकरू में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे से पुलिस की साठगांठ के बाद अब नया मामला बर्रा थाने का प्रकाश में आया है। बर्रा पुलिस ने क्षेत्र में रहने वाले निजी कंपनी कर्मी चमन सिंह के अपहर्त बेटे संदीप का सुराग तो लगा नहीं सकी। ऊपर से अपहर्ताओं को 30 लाख की फिरौती अलग से दिलवा दी।
यह आरोप संदीप के पिता चमन सिंह और उसके परिवारीजनों का है। उन्होंने एसएसपी दिनेश कुमार पी से पूरे मामले की शिकायत की है। एसएसपी के निर्देश पर मामले की जांच शुरू हो गई और इसके साथ ही अपहर्ता संदीप की सुरागरशी के लिए एक अलग से टीम गठित की गई है। जो सर्विलांस समेत अन्य इलेक्ट्रानिक्स उपकरणों और मुखबिर तंत्र से पूरे मामले की गहन छानबीन में जुट गई है।
22 जून को हुआ था लापता
चमन सिंह ने बताया कि उनकी बेटी की शादी क्षेत्र में रहने वाले राहुल यादव के साथ हुई थी। हाल ही में उन्हें पता चला कि राहुल का चाल-चलन ठीक नहीं है तो उन्होंने उसके साथ बेटी का रिश्ता करने से इंकार कर दिया। इसके बाद वह फोन पर धमकी देने लगा। 22 जून को बेटा संदीप पैथालॉजी गया था उसके बाद से लौटकर नहीं आया।
संदेह के आधार पर राहुल पर बेटे के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद आरोपी ने फोन पर बेटे के नाम पर 30 लाख की फिरौती मांगी। पुलिस ने फिरौती की रकम तैयार करने के लिए कहा। घर बेचकर फिरौती की 30 लाख की रकम जुटाई। पुलिस ने वह रुपये भी अपहर्ताओं को दिलवा दिए।
बैग में रुपये भरकर पुल से गुजैनी के रेलवे ट्रैक पर फिंकवाए
चमन लाल के मुताबिक पुलिस ने सोमवार की रात बैग में सारे रुपये रखवाए। इसके बाद अपहर्ताओं के कहने पर पुलिस के साथ तय स्थान गुजैनी पुल पर पहुंचा। गुजैनी पुल से नीचे रेलवे ट्रैक पर रुपयों से भरा बैग फेंक दिया। अपहर्ता बैग उठाकर भाग निकले। पर बेटा अब तक नहीं आया।
वहीं, मामले की जांच कर रहीं एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता ने बताया कि अपह्त युवक के परिवारीजनों पर उनके बयान दर्ज कर लिए गए हैं। फौरन जांच में यह सिद्ध हो गया है कि उनके द्वारा लगाया गया 30 लाख रुपये की फिरौती का आरोप पूरी तरह से गलत है। कई टीमें चमन की खोजबीन कर रही हैं। जल्द ही उसे बरामद कर लिया जाएगा।