कानपुर। बिकरू के विकास दुबे को एनकाउंटर के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं। बिकरू कांड के मामले में एक सनसनीखेज वीडियो सामने आया है। इस वायरल हुई वीडियो में एनकाउंटर में मारे गए प्रेम प्रकाश की पत्नी सुषमा साफतौर कहती सुनाई दें रही है कि- पूर्व चौबेपुर एसओ विनय तिवारी, दरोगा केके शर्मा और थाने के सभी पुलिसकर्मी विकास के घर पर आते थें। इतना ही नहीं वे लोग सब्जी खरीदने के लिए भी विकास दुबे से पैसे लेकर जाते थे। आगे सुषमा ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि- इस मामले में सबसे बड़ा आरोपी तो विनय तिवारी है।
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमें में मचा हड़कंप
विनय तिवारी ने योजनाबध्द तरीके से सबको एनकाउंटर में मरवा दिया। उसकी करतूत की वजह से आठ पुलिसकर्मी भी शहीद हो गए। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है। कुख्यात बदमाश विकास दुबे और शशिकांत की पत्नी मनु के सामने आने के बाद इस एनकाउंटर केस में हर रोज नए खुलासे किए जा रहे हैं।
इससे पहले भी पूछताछ के दौरान विकास के ममेरे भाई शशिकांत की पत्नी मनु का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें जब पुलिस वाला कुछ कहता है तो मनु उससे कहती है विकास दुबे का दूसरा नाम नहीं पता क्या? जल्लाद है।
निलंबित दरोगा केके शर्मा के विकास के साथ फोटो वायरल
बिकरू कांड में विकास दुबे के खास शूटर अमर दुबे की मौत के बाद उसकी शादी का वीडियो हो वायरल रहा है। इस वीडियो में पुलिस की जांच में विकास दुबे को मुखबिरी करने वाला निलंबित दरोगा केके शर्मा (ब्राउन शर्ट में) विकास दुबे के साथ नजर आ रहा है।
दरोगा ने अमर दुबे के साथ भी फोटो क्लिक कराई थी, जो अब सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से वायरल हो रही है। वीडियो में दूल्हा- दूल्हन को आशीर्वाद देने के दौरान विकास दुबे दरोगा केके शर्मा से कह रहा है डरो नहीं पास आओ।
पुलिस ने विकास के 15 साथियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा
आपकों बता दें कि- अब तक यूपी एसटीएफ ने विकास के 15 साथियों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया हैं। 8 जुलाई को विकास दुबे को मध्यप्रदेश में उज्जैन के महामंदिर से गिरफ्तार किया गया था। अगले दिन जब यूपी एसटीएफ की टीम विकास दुबे को लेकर आ रही थी तो कार के सामने अचानक मवेशियों का झुड़ आने के बाद कार का बैंलेस बिगड़ गया, जिसकी वजह से कार पलट गई।
इस दौरान उसने सिपाही की पिस्टल छीन कर भागने की कोशिश की पर पुलिस ने मुठभेड़ में विकास को भी मार गिराया था। इस पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी और जांच आयोग का गठन हुआ है। फिलहाल इस पूरे मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है।