50 हजार का इनामी ठग गिरफ्तार, सेवानिवृत्त सैनिकों को बनाता था निशाना

यूं तो अक्सर ही पुलिस टीम ठगी करने वाले अपराधियों को पकड़ती रहती है। लेकिन 16 जुलाई को पकड़े जाने वाला ठग का ठगी करने का एक अलग ही अंदाज था। वह मुख्य रुप से रिटायर्ड फौजियों और  मुआवजा पाने वाले किसानों को ही टारगेट करता था। क्योंकि इनके पास उसे एक मुश्त मोटी रकम मिल जाती थी। वह इनसे मोटी रकम लेकर शेयर मार्केट, सोने-चांदी और हीरे की तस्करी में लगा देता था।

वह ग्रहकों को 40 फीसद लाभ का झांसा देता था। लोगों से हजारों करोड़ रुपये की ठगी करने वाले एनी बुलियन कंंपनी के मास्टर माइंड एवं सरगना अजीत कुमार गुप्ता को उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ पीजीआइ थाने की पुलिस ने गुरुवार तड़के वृंदावन योजना के पास से गिरफ्तार कर लिया।

सूबे के विभिन्न जनपदों के लोगों के अलावा दिल्ली, हिमांचल प्रदेश और उत्तराखंड समेत कई अन्य प्रदेशों के हजारों लोगों से हजारों करोड़ रुपये की ठगी कर चुका है। अजीत 50 हजार रुपये का इनामी है। वह कुमारगंज अयोध्या का रहने वाला है। मुखबिर की सूचना पर एसीपी कैंट बीनू सिंह के पर्यवेक्षण में इंस्पेक्टर पीजीआइ केके मिश्रा, दरोग राजू सिंह व अन्य ने गिरफ्तार किया है।

40 फीसद वार्षिक लाभ का देता था झांसा

50 हजार का इनामी ठग गिरफ्तार, सेवानिवृत्त सैनिकों को बनाता था निशाना

पुलिस के मुताबिक मास्टरमाइंड जालसाज अजीत कुमार गुप्ता ने वर्ष 2010 में एनी बुलियन नाम की कंपनी खोली थी। वह सेवानिवृत्त फौजियों और ऐसे लोग जिन्हें मुआवजा आदि मिला हो अथवा सेनिवृत्त कर्मचारियों को झांसे में लेता था। रुपयों का 40 फीसद वार्षिक लाभ का झांसा देकर नोटरी हलफनामा बनवाता था।

पहली किस्त में विश्वास जताने के लिए उन्हें रकम वापस करता था। इस दौरान जब मेच्योरिटी लेने के लिए लोग आते तो उन्हें चेक से रुपये देता। चेक देते समय शातिर अजीत उन्हें और अधिक प्रलोभन देकर अपनी दूसरी कंपनी में रुपये लगवा देता। इससे वह रुपये भी उसी के पास रहते। बाद में उन रुपयों को वह खुद गटक जाता था।

नोट बंदी के दौरान खुला राज

नोट बंदी के दौरान जब लोगों के पास आर्थिक संकट गहराया और उन्होंने रुपये वापस मांगने शुरू किए तो वह टाल मटोल करने लगा। इसके बाद मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया। पीड़ितों ने विभिन्न जनपदों में अजीत और उसकी कंपनी के खिलाफ मुकदमें दर्ज कराने शुरू किए तो पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की। इस पर वह फरार हो गया।

छह साथी आठ किलों सोना और दो कुंतल चांदी के साथ पहले ही हो चुके हैं गिरफ्तार

पुलिस ने बताया कि अजीत के छह अन्य साथी इसी साल गोरखपुर में गिरफ्तार हुए थे। उन्हें डायरेक्ट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के समय उसके साथियों के पास से आठ किलो सोना और दो कुंतल चांदी बरामद हुई थी।

 

 

 

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