लखनऊ- उत्तर प्रदेश में बाहुबली माफियाओं के खिलाफ योगी सरकार ने जबरदस्त अभियान छेड़ रखा है। इसी सिलसिले में लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने गुरुवार को पूर्वांचल के दबंग माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ बड़ी कारवाई की है। सवेरे ही लखनऊ के डालीबाग में बने मुख्तार अंसारी के बेटों की दो मंजिला इमारत को प्राधिकरण के आदेश पर जमींदोज किया गया है।
दस हजार वर्ग फुट क्षेत्रफल में बनी दो बिल्डिंग को जमींदोज
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने गुरुवार को माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। डालीबाग में लगभग दस हजार वर्ग फुट क्षेत्रफल में बनी दो बिल्डिंग को जमींदोज कर दिया। यह बिल्डिंग शत्रु सम्पत्ति पर बनी थी जो मुख्तार ने फर्जी तरीके से अपनी मां के नाम करा ली थी। बाद में, उसने अपने दो पुत्रों अब्बास अंसारी व उमर अंसारी के नाम करा दिया था। दोनों बिल्डंग बिना नक्शा के अवैध तरीके से बनाई गई थी।
भरभराकर गिरी बिल्डिंग
विधायक मुख्तार अंसारी के अवैध कब्जे को खाली कराने के लिए गुरुवार को पुलिस और प्रशासन की टीम डालीबाग स्थित अवैध कब्जे पर भारी पुलिस बल और जेसीबी के साथ पहुंची। इस दौरान गेट का ताला तोड़कर वहां बने निर्माण से सामान निकाल कर पुलिस ने कार्रवाई की। कार्रवाई की भनक लगते ही वहां कुछ लोगों ने विरोध शुरू कर दिया।
एलडीए व प्रशासनिक अधिकारियों से झड़प शुरू होने लगी। लेकिन बड़ी संख्या में मौजूद पुलिस बल ने उन्हें खदेड़ दिया। बुलडोजर से बिल्डिंग को गिराने की कार्रवाई शुरू हुई। कुछ ही देर में तीन मंजिला बिडिंग भरभराकर जमीदोज हो गई। कार्रवाई के बाद एलडीए व प्रशासन के अधिकारी वापस चले गए। एहतियात के तौर पर वहां पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
योगी बोले मुख्तार अंसारी के काले साम्राज्य का अंत निकट
माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे उमर और अब्बास की बिल्डिंग लखनऊ प्रशासन और लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी (एलडीए) ने गिरा दी है। इस कार्रवाई पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि मुख्तार अंसारी जैसा माफिया हो या कोई भी अन्य अपराधी, योगी सरकार जीरो टॉलरेंस के साथ इनके कुकृत्यों पर पूर्णविराम लगाने को प्रतिबद्ध है।
माफिया मुख्तार अंसारी के काले-साम्राज्य के अंत का समय आ गया है।
अब तक इसकी ₹66 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त हो चुकी है। ₹41 करोड़ की अवैध आय की प्राप्ति का मार्ग बंद किया जा चुका है।
इसके गिरोह के 97 साथी पुलिस की हिरासत में हैं।
कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी…
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) August 27, 2020