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भारत के 5 चमत्कारी मंदिर, जहां माँ दुर्गा आधी रात में होती हैं प्रकट, दर्शनभर से ही दूर हो जाते हैं कष्ट

Devi Mandir : 30 मार्च 2025 से चैत्र नवरात्रि शुरू हुई है। इस दौरान हर दिन मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। घटस्थापना करने से घर में माता रानी का आगमन होता है। वहीं मंदिरों में भी नवरात्रि पर हर दिन विशेष सजावट, भोग और पूजा की व्यवस्था की जाती है। […]

Religion News, आस्था का महत्व | HindNow

आस्था (Faith) का अर्थ किसी व्यक्ति, चीज या अवधारणा में विश्रंभ, भरोसा या विश्वास से है. आस्था हमें एक अदृश्य शक्ति देती है, जिससे हम किसी भी आपत्ति से लड़ जाते हैं. भारत में हिंदू, मुस्लिम, जैन, बौद्ध और सिख जैसे कई धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं, जो अपने धर्म के प्रति काफी सजग होते हैं. धर्म सिधे-सिधे आस्था से जुड़ा हुआ है. ऐसे में आस्था कब अंध-विश्वास का रूप ले लेती है पता ही नहीं चलता. माना जाता है कि आध्यात्मिक जीवन काफी सुखद और कल्याणकारी होता है. 

लेकिन आजकल लोग आस्था से दूर जा रहे हैं या यूं कहें कि आजकल की भाग-दौड़ वाली जीवन में आस्था कहीं दूर छूटता जा रहा है. कई लोग केवल दिखावे के लिए धर्म का अनुपालन करते हैं. ऐसे में आपको आस्था और आध्यात्मिक जीवन का सही मतलब जानना बेहद जरूरी है. HindNow पर आप आध्यात्मिक जीवन क्या है, आध्यात्मिक जीवन का उद्देश्य, और आस्था का महत्व आसान भाषा में पढ़ सकते हैं, जो आपके जीवन में काफी लाभदायक साबित होगा. 

आस्था News FAQs:

आस्था से आप क्या समझते हैं?

आस्था का अर्थ किसी व्यक्ति, चीज या अवधारणा में विश्रंभ, भरोसा या विश्वास से है.

आस्था का महत्व क्या है?

आस्था का उद्देश्य आत्मज्ञान, या बोधि और निर्वाण के लक्ष्य तक ले जाना है. स्वेच्छा से, विश्वास का तात्पर्य दृढ़ इच्छाशक्ति के दृढ़ और साहसी कार्य से है.

आध्यात्मिक जीवन क्या है?

आध्यात्मिक जीवन का मतलब, 'ईश्वर के साथ व्यक्तिगत सम्बंध विकसित करना, जो हमारे रोजमर्रा जीवन को ब्रह्म के साथ जोड़ता है. आध्यात्मिक जीवन उस सम्बंध को विकसित करने का व्यवहारिक तरीका है.

आस्था और अंधविश्वास में क्या अंतर है?

आस्था हमारे ज्ञान और अनुभूति के कारण होती है ,जबकि अंधविश्वास बिना किसी अनुभव के केवल मन के भ्रम के कारण या सुनी सुनाई किवदंती पर आधारित होता है.

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