This-Is-How-Holi-Is-Celebrated-In-Different-States-Of-India-You-Will-Be-Surprised-To-Know-The-Reason

Holi: इस बार होली का त्योहार 25 मार्च को पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाएगा। होली (Holi) के एक दिन पहले होलिका दहन होता है और दूसरे दिन रंगों के साथ होली खेली जाती है। होली के त्योहार की विभिन्न जगहों पर अलग-अलग परंपरा और प्रथाएं हैं। कहीं फूलों की होली खेली जाती है तो कहीं लट्ठमार होली खेली जाती है। कुछ जगहों पर होली पर जलसा होता है तो कुछ स्थानों पर जुलूस निकाले जाते हैं। अगर आप इस बार होली (Holi) कहीं बाहर मनाने का प्लान कर रहे हैं तो ऐसी जगहों पर रंगों का त्योहार मनाएं जहां होली बहुत अनोखी तरह से मनाई जाती है। इस आर्टिकल मेंं हम आपको कुछ ऐसी फेमस जगहों के बारे में बता रहे है, जहां अनोखी होली खेली जाती है।

लट्ठमार होली

लट्ठमार होली

भारत की सबसे मशहूर होली (Holi) उत्तर प्रदेश के मथुरा-वृंदावन में मनाई जाती है। इसका एक कारण यहां कि लठमार होली है। भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में लोग लट्ठमार होली खेलने के लिए आते हैं। यहां द्वारिकाधीश मंदिर और वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में होली का जश्न बहुत धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें शामिल होने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। लट्ठमार होली में महिलाएं डंडों या लट्ठ से पुरुषों पर वार करती हैं और खेल-खेल में उन्हें मारती हैं और साथ ही रंग भी लगाती हैं।

लड्डू और छड़ीमार होली

लड्डू और छड़ीमार होली

लट्ठमार होली (Holi) की तरह ही छड़ीमार होली भी काफी फेमस है। ये होली मथुरा से कुछ किलोमीटर दूर बरसाना में खेली जाती है। यहां पर होली के मौके पर महिलाएं प्रतिकात्मक तौर पर पुरुषों को लट्ठ या छड़ी से मारती हैं। वहीं पुरुष हाथ में ढाल लिए, महिलाओं की छड़ी या लट्ठी से अपनी रक्षा करते हैं। इसके अलावा बरसाना में लड्डू मार होली भी खेली जाती है। मंदिर के पंडित लड्डू का भोग लगाते हैं, जिसके बाद भक्तों पर लड्डू फेंके जाते हैं।

हंपी की होली

हंपी की होली

कर्नाटक राज्य के हंपी शहर में होली (Holi) के त्योहार को उत्सव की तरह मनाया जाता है। हंपी ऐतिहासिक स्थलों का शहर है, जहां होली के जश्न के साथ ही शहर की खूबसूरती को देखने के लिए पर्यटक पहुंचते हैं। होली के मौके पर हंपी की ऐतिहासिक गलियों में ढोल नगाड़ों की थाप पर जुलूस निकलते हैं और नाचते गाते हैं और होली भी खेलते हैं। बाद में हंपी में स्थित तुंगभद्रा नदी और सहायक नदियों में स्नान करने जाते हैं।

मंजुल कुली और उक्कुली

मंजुल कुली और उक्कुली

देश में कुछ जगहों पर होली (Holi) को दूसरे नामों से भी जाना जाता है। केरल राज्य में होली का त्योहार मंजुल कुली और उक्कुली के नाम से मनाया जाता है। इस मौके पर लोग रंगों की होली नहीं खेलते हैं लेकिन होलिका दहन जरूर करते हैं। होलिका दहन के बाद प्राकृतिक तरीके से होली का त्योहार मनाते हैं।

उदयपुर की होली

उदयपुर की होली

उदयपुर में मेवाड़ के शाही परिवार की ओर से होली (Holi) का त्योहार आयोजित किया जाता है। यहां सजाए गए शाही घोड़ों और बैंड के साथ एक जुलूस निकलता है। इसके अलावा, एक पारंपरिक अलाव जलाया जाता है और होलिका के पुतले को आग लगाई जाती है।

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