पाकिस्तान में है एक ऐसा राम मंदिर, जहां मूर्तियां हैं गायब, फिर भी होता है चमत्कार, लेकिन हिंदुओं के पूजा करने पर है रोक

Pakistan Ram Mandir: भारत को पवित्र भूमि कहा जाता है। हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार भगवान ने कई अवतारों के रूप में इसी भूमि पर जन्म लिया है। अयोध्या के राम मंदिर को कौन नहीं जानता। अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान किया जाएगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पाकिस्तान (Pakistan Ram Mandir) में भी एक राम मंदिर है। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के करीब सैयदपुर में भगवान राम का एक मंदिर है। बंटवारे के बाद सभी मंदिरों की देखरेख थम गई। चलिए आपको बताते हैं उस मंदिर के बारे में…

पाकिस्तान में है राम मंदिर

Pakistan Ram Mandir
Pakistan Ram Mandir

इस्लामाबाद की कायदे आजम यूनिवर्सिटी के आर्कियोलॉजी विभाग के मुताबिक, बंटवारे के बाद सभी मंदिरों (Pakistan Ram Mandir) की देखरेख थम गई। फिर 1950 के लियाकत-नेहरू समझौते में ऐसी पवित्र जगहों को शरणार्थी संपत्ति ट्रस्ट को सौंपा जाना था। लेकिन, सैयदपुर गांव और वहां का राम मंदिर आज भी इस्लामाबाद के कैपिटल डेवलपमेंट अथॉरिटी के अधीन हैं। गजेटियर के मुताबिक, सैयदपुर गांव में राम मंदिर, गुरुद्वारा और एक धर्मशाला भी थे। इस गांव में करीब 8,000 श्रद्धालु हर साल पहुंचते थे। बंटवारे के बाद ज्यादातर हिंदू भारत चले गए। इसके बाद सैयदपुर गांव और राम मंदिर परिसर को शत्रु संपत्ति बताकर सील कर दिया गया था। बता दें कि इस्लामाबाद में करीब 300 हिंदू घर हैं। कहा जाता है कि 1580 में पाकिस्तान के सैयदपुर का राम मंदिर (Pakistan Ram Mandir) राजा मानसिंह ने बनवाया था। गांव के आसपास प्रागैतिहासिक काल की गुफाएं भी मिली हैं। यही नहीं, गांव में भगवान राम और लक्ष्मण के नाम पर कुंड भी हुआ करते थे जिनका गांव वाले इस्तेमाल करते थे।

राम मंदिर परिसर को बना दिया था स्कूल

पाकिस्तान में है एक ऐसा राम मंदिर, जहां मूर्तियां हैं गायब, फिर भी होता है चमत्कार, लेकिन हिंदुओं के पूजा करने पर है रोक

सैयदपुर गांव अब विरासत स्थल में तब्दील हो चुका है। लिहाजा, राम मंदिर में हिंदुओं को पूजा की अनुमति नहीं है। कभी-कभी लोग मंदिर में पूजा करने की मांग करते हैं, तो उन्हें रोक दिया जाता है। इस राम मंदिर परिसर को 1969 में गर्ल्स स्कूल में भी बदल दिया गया था। हिंदू समुदाय के लंबे समय तक विरोध जताने के बाद स्कूल को दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया। मंदिर परिसर को 2006 में खाली कर दिया गया। फिर भी हिंदुओं को पूजा करने की छूट नहीं दी गई। बीच-बीच में पाकिस्तान (Pakistan Ram Mandir) की सरकार इस राम मंदिर को फिर से हिंदुओं को सौंपने का वादा जरूर करते हैं, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया है।

कराची में है रामभक्त हनुमान का मंदिर

पाकिस्तान में है एक ऐसा राम मंदिर, जहां मूर्तियां हैं गायब, फिर भी होता है चमत्कार, लेकिन हिंदुओं के पूजा करने पर है रोक

राम मंदिर के अलावा पाकिस्तान (Pakistan Ram Mandir) के कराची में रामभक्त हनुमान का मंदिर भी है। इस मंदिर में पंचमुखी हनुमान की मूर्ति है। साल 1882 में मंदिर का पुनर्निर्माण कराया गया था। इस मंदिर में हिंदु श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। सती के 51 शक्तिपीठों में से एक हिंगलाज भवानी का मंदिर पाकिस्तान के बलूचिस्तान से 120 किलोमीटर दूर हिंगोल नदी के तट पर है। मान्यता है कि यहां सती का सिर गिरा था। यहां भारत समेत कई देशों से श्रद्धालु आते हैं।

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