Sawan 2025: भगवान राम ने भगवान शिव का रुद्राभिषेक करके ही रावण पर विजय प्राप्त की थी. भगवान शिव को रुद्राभिषेक बहुत प्रिय है. मान्यता है कि जो भी व्यक्ति विधि-विधान से रुद्राभिषेक पूजा करता है, उसकी कुंडली के सभी दोष दूर हो जाते हैं और भगवान शिव भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. तो आइए जानते हैं कि सावन 2025 (Sawan 2025) में किन खास तिथियों पर रुद्राभिषेक करवाना चाहिए.
इन खास तिथियों पर करें रुद्राभिषेक

26 जुलाई – शनिवार, द्वितीया तिथि, सुखप्रद
29 जुलाई – मंगलवार, पंचमी तिथि, सुखप्रद
30 जुलाई -बुधवार, षष्ठी तिथि, अभीष्टसिद्धि
6 अगस्त – बुधवार, द्वादशी, सुखप्रद
7 अगस्त – गुरुवार, त्रयोदशी, अभीष्टसिद्धि
सावन में रुद्राभिषेक करने के लाभ
(Sawan 2025) सावन इस महीने में भगवान शिव को जल चढ़ाने से वे विशेष रूप से प्रसन्न होते हैं। रुद्राभिषेक शिव भक्ति का सर्वोच्च रूप है. सावन में रुद्राभिषेक करने से संतान सुख, विवाह, नौकरी, धन, स्वास्थ्य, मानसिक शांति आदि सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. रुद्राभिषेक से जीवन में आने वाली परेशानियों, ग्रह दोषों, बुरी नजर और बीमारियों से मुक्ति मिलती है. श्रावण में रुद्राभिषेक करने से सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं और व्यक्ति को मोक्ष प्राप्ति का मार्ग मिलता है.
सावन का महत्व
श्रावण मास न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है. इस माह में शिव की पूजा, व्रत, भक्ति और सेवा करने से जीवन में शांति, सुख और समृद्धि आती है. इस माह में प्रकृति में नए परिवर्तन होते हैं. सभी प्राणी सुखी और संतुष्ट रहते हैं। प्रेमियों और पति-पत्नी के बीच विशेष प्रेम और आकर्षण बढ़ता है. भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्यौहार भी इसी महीने मनाया जाता है.
श्रावण मास में प्रकृति हम सभी पर अपना प्रेम बरसाती है। श्रावण मास में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से हज़ार गुना अधिक पुण्य प्राप्त होता है. श्रावण मास में हम सभी को अधिक से अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण और प्रकृति का संरक्षण करना चाहिए।
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