Vice President: जुलाई 2025 में उपराष्ट्रपति (Vice President) जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया था. तब से उपराष्ट्रपति की कुर्सी खाली थी. अब देश को अपना 15वाँ उपराष्ट्रपति मिल गया है. आज हुए चुनाव में एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन 452 वोट पाकर विजयी हुए हैं.
जबकि इंडिया अलायंस के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले. तो चलिए इसी बीच आगे जानते हैं कौन हैं उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन क्या सुविधाएं मिलेंगी और कितना होगा वेतन?
जानें कौन हैं राधाकृष्णन?
Heartiest congratulations to Shri CP Radhakrishnan ji on being elected as the Vice President of India. Your wisdom and vision will surely guide the nation and benefit generations ahead. Wishing you strength and success as you continue to serve the country with dedication. @CPRGuv pic.twitter.com/l5OgbfoG4E
— Suniel Shetty (@SunielVShetty) September 9, 2025
67 वर्षीय उपराष्ट्रपति (Vice President) सीपी राधाकृष्णन का जन्म तमिलनाडु के तिरुपुर ज़िले में हुआ था. वे 17 साल की उम्र से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े रहे हैं. भाजपा के साथ उनका एक लंबा सफ़र रहा है. उनकी राजनीतिक यात्रा 1998 में शुरू हुई, जब वे कोयंबटूर से लोकसभा के लिए चुने गए.
वे 1998 और 1999 के आम चुनावों में लगातार दो बार सांसद बने. वे 2004 से 2007 तक तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे. वह भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य के रूप में भी सक्रिय रहे.
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राजनीती सफर बेहतरीन
वे 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में कोयंबटूर से भाजपा के उम्मीदवार थे. वर्ष 2016 से 2020 तक वे केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के अंतर्गत कॉयर बोर्ड के अध्यक्ष रहे. वे भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य के रूप में भी सक्रिय रहे. वर्ष 2023 में उन्हें केंद्र सरकार द्वारा झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया, जहाँ उन्होंने आदिवासी समुदायों के सशक्तिकरण पर ज़ोर दिया। फरवरी 2024 में, वे महाराष्ट्र के 24वें राज्यपाल बने. विपक्षी दलों के साथ भी उनके संबंध अच्छे माने जाते हैं.
Vice President का वेतन और सुविधाएं
उपराष्ट्रपति (Vice President) पद के लिए अलग से कोई वेतन प्रावधान नहीं है. राज्यसभा के सभापति के रूप में उन्हें 4 लाख रुपये प्रति माह वेतन मिलता है. उन्हें आवास, चिकित्सा सुविधा, यात्रा (हवाई, रेल), कार्यालय व्यय, सुरक्षा, टेलीफोन सेवा आदि प्रदान की जाती है. और पेंशन जैसी सुविधाएं दी जाती हैं.
पेंशन का स्तर पिछले वेतन का 50% होता है. उपराष्ट्रपति का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है और वह पुनः निर्वाचित होने के लिए पात्र होता है. इस बार चुने जाने वाले उपराष्ट्रपति भारत के 14वें उपराष्ट्रपति होंगे, यानी नई पंक्ति में वे 14वें स्थान पर होंगे। उन्हें नई दिल्ली स्थित वाइस प्रेसिडेंट एन्क्लेव में आवास मिलेगा।