Asia Cup 2025: भारत की पिछली एशिया कप जीत में निर्णायक भूमिका निभाने वाले तीन दिग्गज सितारे एशिया कप 2025 (Asia cup 2025) में नजर नहीं आएंगे। जिससे टीम के सामने नई चुनौतियाँ और नए संयोजनों का परीक्षण होगा। उनकी अनुपस्थिति न केवल अनुभव के मामले में एक शून्य पैदा करती है, बल्कि ध्यान युवा पीढ़ी पर भी केंद्रित होता है। आईये नजर डालते हैं कौन हैं वो तीन दिग्गज, जो पिछली बार हीरो थे और इस बार नहीं होंगे………….
Asia Cup 2025: शीर्ष क्रम में खलेगी रोहित की कमी
भारत के लंबे समय से सलामी बल्लेबाज़ और पूर्व कप्तान रोहित शर्मा, जो एशिया कप में भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ रहे हैं, एशिया कप 2025 (Asia cup 2025) में नहीं खेलेंगे, कारण है रोहित का टी-20 प्रारूप से संन्यास लेना।
चूंकि इस बार एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) टी-20 प्रारूप में खेला जा रहा है तो रोहित शर्मा Rohit Sharma) इस टूर्नामेंट में नहीं होंगे। बड़े मैचों में तेज़ शुरुआत देने और दबाव को संभालने की उनकी क्षमता की कमी खलेगी।
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बीच के ओवरों में नहीं दिखेगा रवींद्र जडेजा का जादू
रोहित के साथ ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा भी टी-20 प्रारूप से संन्यास ले चुके हैं, तो एशिया कप 2025 में वो भी नहीं दिखेंगे। जडेजा अपने मैच पलटने वाले स्पेल और निचले क्रम में महत्वपूर्ण बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं।
रवींद्र जडेजा (Ravindra jadeja) की एशिया कप में कमी काफी खलेगी। उनकी अनुपस्थिति का मतलब है कि भारत में वह संतुलन और क्षेत्ररक्षण की कमी होगी जो अक्सर उन्हें बहु-राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में बढ़त दिलाती थी।
बल्लेबाजी क्रम में विराट कोहली की कमी
निश्चित रूप से सबसे बड़ी कमी विराट कोहली की है, जो लक्ष्य का पीछा करने वाले मास्टर और एशिया कप इतिहास के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक हैं। उनके बिना पारी की कमान संभाले, भारत को मुश्किल क्षणों में ज़िम्मेदारी संभालने के लिए युवाओं पर निर्भर रहना होगा।
इन तीन दिग्गजों की अनुपस्थिति में, भारतीय टीम प्रबंधन को नए संयोजन आजमाने होंगे। यह टूर्नामेंट अब उभरते हुए खिलाड़ियों के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा, लेकिन ऐसे मैच विजेताओं की अनुपस्थिति भारत के खिताब को बरकरार रखने की उम्मींदे तोड़ सकती हैं।
रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा की अनुपस्थिति टीम से नेतृत्व और अनुभव का एक बड़ा हिस्सा छीन लेती है। ये तीनों पिछले एक दशक में भारत की सबसे बड़ी जीत का हिस्सा रहे हैं और दबाव के क्षणों में युवा खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करते रहे हैं।
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