Asia Cup: इस टीम ने सीमेंट की पिचों पर अभ्यास करके अपने कौशल को निखारा है, जो अपनी अतिरिक्त उछाल और गति के लिए जानी जाती हैं। कठिन प्रशिक्षण परिस्थितियों ने खिलाड़ियों को आत्मविश्वास से भर दिया है। फैंस भी अब मानने लगे हैं कि इस टीम के खिलाड़ी एशिया कप (Asia Cup) में अन्य टीमों पर भारी पड़ेंगे। कई लोगों का मानना है कि अभ्यास का यह अनूठा तरीका उन्हें टूर्नामेंट में जीत दिला सकता है।
Asia Cup : सीमेंट के पिचों पर प्रैक्टिस करती है ये टीम
एशिया कप (Asia Cup) में हिस्सा ले रही एक टीम ऐसी भी है, जिसने सीमेंट के पिचों पर अभ्यास कर यहां तक का सफर तय किया है, दरअसल हम जिस टीम की बात कर रहे हैं वो ओमान (Oman) की टीम है। ओमान टीम की कहानी जुनून और संघर्ष की कहानी है।
शुरुआती दिनों में, ओमान के ज़्यादातर खिलाड़ी सीमेंट की पिचों पर खेलते थे, उसके बाद टीम को 2008 में एस्ट्रोटर्फ और 2011 में अपना पहला उचित टर्फ मैदान मिला। सीमित संसाधनों के बावजूद, खेल के प्रति उनकी भूख कभी कम नहीं हुई।
टीम के कप्तान जतिंदर सिंह और ऑलराउंडर सूफयान महमूद इसी सफ़र के प्रतीक हैं, जो अपने देश की उम्मीदों को एशिया कप 2025 तक ले जा रहे हैं। उनके लिए इतने बड़े मंच पर ओमान का प्रतिनिधित्व करना किसी सपने के सच होने से कम नहीं है।
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अपने प्रदर्शन से दुनिया को चौंकाया
ओमान ने 2015 में टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम का दर्जा हासिल किया और अगले ही साल 2016 के टी20 विश्व कप में आयरलैंड को हराकर क्रिकेट जगत को चौंका दिया। यह जीत एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई, जिसने टीम की तैयारी और अनुशासन के प्रति दृष्टिकोण को बदल दिया।
एशिया कप 2025: एक नई चुनौती
भारत, पाकिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात के साथ ग्रुप ए में शामिल ओमान को Asia Cup में अब तक की सबसे कठिन चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। जतिंदर ने शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव और अभिषेक शर्मा जैसे भारतीय खिलाड़ियों की प्रशंसा की है।
टूर्नामेंट के अलावा, ओमान क्रिकेट उप-मुख्य कोच सुलक्षण कुलकर्णी के नेतृत्व में जमीनी स्तर के कार्यक्रमों में निवेश कर रहा है, और भविष्य की प्रतिभाओं को निखारने के लिए स्कूलों और अकादमियों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
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