PCB: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 (ICC Champions Trophy) की मेजबानी पाकिस्तान के पास है। यह मेगा इवेंट अगले साल फरवरी – मार्च में खेला जाना है, जिसके लिए टीम इंडिया (Team India) ने भी क्वालीफाई कर लिया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को उम्मीद है कि भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में हिस्सा लेने पाकिस्तान आएगी, लेकिन भारत सरकार के तेवर देख पीसीबी घबराया हुआ है। उन्हें डर सता रहा है कि कहीं एशिया कप 2023 की तरह चैंपियन ट्रॉफी 2023 को भी हाइब्रिड मॉडल में आयोजित न करवाना पड़ जाए। आइये आपको पूरे मामले की विस्तार से जानकारी देते हैं।
PCB में चल रहा है घबराहट का माहौल

दरअसल, अगले सप्ताह दुबई में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के एग्जीक्यूटिव बोर्ड की मीटिंग होनी है। यहां पीसीबी (PCB) के नए मोहसिन नकवी और बीसीसीआई सचिव जय शाह की भी मुलाकात हो सकती है। ऐसे में पीसीबी चाहता है कि उन्हें इस दौरान चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम का पाकिस्तान आने का भरोसा मिल जाए। इस बात का खुलासा खुद पीसीबी के सूत्र ने किया है।
पीसीबी के सूत्रों ने पीटीआई को बताया, “क्या भारत अपनी टीम पाकिस्तान दौरे पर भेजेगा या एशिया कप 2023 वाला मामला ही रिपीट होगा, यही पीसीबी की सबसे बड़ी टेंशन है। पाकिस्तानी टीम वनडे वर्ल्ड कप 2023 के लिए भारत दौरे पर गई थी। साथ ही यह (चैंपियन ट्रॉफी) आईसीसी टूर्नामेंट है।”
सूत्र ने आगे कहा, “मोहसिन नकवी बीसीसीआई और आईसीसी को राजी करना चाहेंगे कि वो भारतीय टीम के पाकिस्तान आने को लेकर जल्दी हां करवा लें। इससे चैंपियंस ट्रॉफी को प्रमोट करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा नकवी बीसीसीआई को यह भी भरोसा दे सकते हैं कि पाकिस्तान में चुनाव हो गए और नई सरकार आ गई है। ऐसे में उनके लिए यहां सुरक्षा या कोई और परेशानी नहीं होगी।”
बीसीसीआई ने दिया दो टूक जवाब

पीसीबी के सूत्र के इस बयान पर जब पीटीआई ने बीसीसीआई सूत्रों ने बात की उनका संदेश साफ और स्पष्ट था। बोर्ड ने कहा कि वे टीम को पाकिस्तान भेजने से पहले सरकार की अनुमति लेंगे और इसके लिए अभी काफी समय शेष है। बीसीसीआई के सूत्रों ने कहा,
“टीम इंडिया के पाकिस्तान दौरे को लेकर भारत सरकार ही फैसला कर सकती है। साथ ही अभी सरकार से अनुमति की बात करना जल्दबाजी होगी। अगर उनके नए चेयरमैन (मोहसिन नकवी) मार्च 2024 में ही फरवरी-मार्च 2025 में होने वाले टूर्नामेंट के लिए भरोसा चाह रहे हैं तो वे गलतफहमी में हैं।”