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BCCI : आईपीएल (IPL) जैसे बड़े टूर्नामेंट में खिलाड़ियों से अनुशासन की उम्मीद की जाती है, लेकिन जब कोई इसका उल्लंघन करता है तो सख्त कार्रवाई भी होती है। एक विदेशी खिलाड़ी की ऐसी हरकत सामने आई, जिसने बीसीसीआई (BCCI) को कड़ा फैसला लेने पर मजबूर कर दिया।

इस मामले ने फैंस को भी हैरान कर दिया है, क्योंकि ये खिलाड़ी हाल ही में बड़ी चर्चा में था। अब उस पर आईपीएल में खेलने पर रोक लगा दी गई है, और उसका करियर एक बड़े मोड़ पर आ खड़ा हुआ है।

BCCI ने इस खिलाड़ी पर लगाया दो साल का बैन

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बीसीसीआई (BCCI) ने जिस खिलाड़ी पर बैन लगाया है वो कोई और नहीं बल्कि इंग्लैंड के युवा स्टार बल्लेबाज़ हैरी ब्रूक (Harry Brook) हैं, जिन्होंने आईपीएल 2025 से अपना नाम वापस ले लिया, और इसके पीछे उन्होंने राष्ट्रीय टीम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की दलील दी।

ब्रूक के आईपीएल से हटने पर बीसीसीआई (BCCI) ने उन्हें आईपीएल के दो सीजन 2025 और 2026 के लिए बैन कर दिया। यह फैसला उस नियम के तहत लिया गया है, जिसमें कोई विदेशी खिलाड़ी नीलामी में खरीदे जाने के बाद बिना चोट के हटता है, तो उसे प्रतिबंध झेलना पड़ता है।

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दिल्ली कैपिटल्स को लगा बड़ा झटका

ब्रूक को दिल्ली कैपिटल्स (DC) ने इस साल की नीलामी में 6.25 करोड़ रुपये की मोटी रकम देकर खरीदा था। टीम को उम्मीद थी कि वे मिडिल ऑर्डर में आक्रामकता लाएंगे, लेकिन उनके अचानक हटने से टीम की रणनीति बिखर गई। अब फ्रेंचाइज़ी को न सिर्फ बैकअप खिलाड़ी ढूंढना होगा।

BCCI का सख्त संदेश: नियम सबसे ऊपर

बीसीसीआई (BCCI) के इस फैसले ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि बड़े नाम भी बोर्ड के नियमों से ऊपर नहीं हैं। चाहे खिलाड़ी के पास कोई भी व्यक्तिगत कारण हो, अगर वह नियमों की अनदेखी करता है, तो नतीजे भुगतने होंगे।

बीसीसीआई (BCCI) के इस कदम से बाकी विदेशी खिलाड़ियों को भी संदेश गया है कि IPL को केवल एक विकल्प नहीं, एक प्रतिबद्धता समझा जाए। सोशल मीडिया पर ब्रूक के बैन को लेकर बहस छिड़ गई है,कुछ फैंस इसे बीसीसीआई की कठोरता मान रहे हैं, तो कुछ इसे सही ठहरा रहे हैं।

बीसीसीआई (BCCI) के इस कदम का समर्थन करते हुए क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि ब्रूक जैसे युवा खिलाड़ी को अपने फैसले सोच-समझकर लेने चाहिए थे, क्योंकि इससे उनकी लीग क्रिकेट की छवि प्रभावित हो सकती है।

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