BCCI: भारत के क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई (BCCI) में बड़ा बदलाव हुआ है। लंबे समय से चली आ रही चर्चाओं के बीच आखिरकार बोर्ड को नया अध्यक्ष मिल गया है। ताज़ा जानकारी के मुताबिक, बीसीसीआई की कमान अब एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर के हाथों में सौंप दी गई है। इससे साफ है कि आने वाले समय में टीम इंडिया की रणनीतियों, चयन और क्रिकेट प्रशासन पर उनका सीधा प्रभाव पड़ेगा।
BCCI का नया अध्यक्ष बना पूर्व खिलाड़ी

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर मिथुन मन्हास को बोर्ड का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। लंबे समय से इस पद को लेकर चल रही चर्चाओं और बैठकों के बाद आखिरकार सर्वसम्मति से उनके नाम पर मुहर लगी। अब भारतीय क्रिकेट के संचालन से लेकर टीम इंडिया की नीतियों तक, सब कुछ उनकी देखरेख में होगा।
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Roger Binny’s tenure as BCCI president has ended, with Mithun Manhas officially elected as his successor at the AGM in Mumbai today. 🇮🇳🙌🏼#MithunManhas #President #BCCI #Sportskeeda pic.twitter.com/abuolHTOn2
— Sportskeeda (@Sportskeeda) September 28, 2025
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घरेलू क्रिकेट का बड़ा नाम रह चुके है यह खिलाड़ी
मिथुन मन्हास भले ही टीम इंडिया के लिए लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं खेले हों, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनका बड़ा नाम रहा है। वह दिल्ली रणजी टीम के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ियों में गिने जाते थे और कप्तान के तौर पर भी उन्होंने अपनी छाप छोड़ी। लगभग दो दशक लंबे करियर में मन्हास ने बल्लेबाजी के साथ-साथ टीम को लीडरशिप भी दी। उनके पास घरेलू क्रिकेट और खिलाड़ियों के ग्रूमिंग का गहरा अनुभव है, जो अब बीसीसीआई (BCCI) प्रशासन में काम आएगा।
अध्यक्ष की देखरेख में लिए जाएंगे फैसले
बीसीसीआई (BCCI) अध्यक्ष का पद भारतीय क्रिकेट में सबसे शक्तिशाली माना जाता है। चयन समिति की नियुक्ति से लेकर कोचिंग स्टाफ और खिलाड़ियों की सुविधाओं तक हर बड़ा फैसला अध्यक्ष की देखरेख में होता है। मन्हास अब टीम इंडिया की रणनीतियों, विदेशी दौरों की प्लानिंग और युवा खिलाड़ियों को मौका देने जैसे मामलों में अहम भूमिका निभाएंगे।
घरेलू क्रिकेट को किया जाएगा मजबूत
उनके अध्यक्ष (BCCI) बनने के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि घरेलू क्रिकेट ढांचे को और मजबूत किया जाएगा। रणजी, विजय हजारे और सैयद मुश्ताक अली जैसे टूर्नामेंट्स को और बेहतर बनाने के लिए कदम उठ सकते हैं। साथ ही, महिला क्रिकेट और जूनियर क्रिकेट के विकास पर भी उनका फोकस रहेगा।
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