हर साल बीसीसीआई (BCCI) एक कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट बनाती है जिसके आधार पर टीम इंडिया के खिलाड़ियों को सालाना रूप से सैलरी दी जाती है. इस कॉन्ट्रैक्ट में अलग-अलग ग्रेड के खिलाड़ी होते हैं जिन्हें अलग-अलग सैलरी मिलती है. मौजूदा समय में टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी खेलती नजर आ रही है.
इसके बाद माना जा रहा है कि बहुत जल्द ही 2025 के लिए बीसीसीआई (BCCI) सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान कर सकती है लेकिन इस बार के कॉन्ट्रैक्ट में टीम इंडिया के छह खिलाड़ियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है, जो लगातार कई मौके पर फ्लॉप हो रहे हैं और मैनेजमेंट इन पर अब पैसे खर्च नहीं करना चाहती है.
BCCI: सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होंगे 6 खिलाड़ी
इस बार बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से कई ऐसे खिलाड़ी है जो बाहर हो सकते हैं जिसमें कई पुराने खिलाड़ी जैसे रविचंद्रन अश्विन का नाम शामिल है जो पहले ही संन्यास लेने की वजह से कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर हो गए हैं. उसके बाद शार्दुल ठाकुर इस बार जिन्हें टीम इंडिया ने ड्रॉप कर दिया गया है और अभी तक वापसी नहीं हो पाई है.
वह भी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर हो सकते हैं. इसके अलावा जितेश शर्मा, केएस भरत, आवेश खान और रजत पाटीदार ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका इस बार बीसीसीआई अपने सेंट्रल कॉन्टैक्ट से नाम हटा सकती है. यह ऐसे खिलाड़ी है जिन्हें टीम में ज्यादा मौके नहीं मिले हैं और इन्होंने अपने प्रदर्शन से भी मैनेजमेंट को ज्यादा प्रभावित नहीं किया है.
ग्रेड के हिसाब से खिलाड़ियों को मिलती है सैलरी
आपको बता दे कि बीसीसीआई (BCCI) जो कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट बनाती है, उसमें चार ग्रेड होते हैं. जो ए प्लस ग्रेड वाले खिलाड़ी होते हैं, उन्हें सबसे ज्यादा सैलरी मिलती है. उसके बाद ए ग्रेड, बी ग्रेड और आखिर में सी ग्रेड के खिलाड़ी आते हैं, जिन्हें उनके प्रदर्शन के आधार पर ग्रेडिंग दी जाती है और सभी ग्रेड के खिलाड़ियों की सैलरी अलग-अलग है,
जिसके साथ खिलाड़ी बीसीसीआई से सालाना मोटी रकम लेते हैं. ग्रेड ए प्लस के खिलाड़ी को 7 करोड़, ग्रेड ए के खिलाड़ी को 5 करोड़, ग्रेड बी के खिलाड़ी को तीन करोड़ और ग्रेड सी के खिलाड़ी को सालाना एक करोड रुपए बीसीसीआई की सैलरी मिलती है. इस वक्त देखा जाए तो सबसे ज्यादा खिलाड़ी ग्रेड सी में शामिल है.