आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि, वे अब अपनी टीम के युवा खिलाड़ियों को खेलने का मौका देंगे. दरअसल अबू धाबी में चल रहे आईपीएल 2020 में 19 अक्टूबर को महेंद्र सिंह धोनी की टीम चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल के तीसरे सीजन में 10वें मुकाबले को लेकर मैदान में उतरी थी. जिसमें उनके साथ राजस्थान टीम खेलने वाली थी. इस मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स टीम ने जीत हासिल की.
अंक तालिका में सबसे नीचे आ गई चेन्नई सुपर किंग्स
दोनों ही टीम को प्लेऑफ में पहुंचना बहुत जरूरी था. राजस्थान रॉयल्स की जीत के बाद चेन्नई सुपर किंग्स का प्लेऑफ में पहुंचने का प्रयास अधूरा रह गया. बता दें, राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 7 विकेट से हराया था, जिसके बाद यह टीम अंक तालिका में सबसे नीचे आ गई. टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इसके बाद यह फैसला लिया.
टीम को किया गया था 2 साल के लिए बैन
साल 2016 के बाद आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स ने 2 साल बाद वापसी की थी. टीम को 2016 और 2017 के सीजन में बैन कर दिया गया था, जिसके बाद साल 2018 में इस टीम ने उम्रदराज खिलाड़ियों के साथ वापसी की. उम्रदराज खिलाड़ियों के बावजूद टीम ने जीत हासिल की थी. सभी को टीम का जीतना नामुमकिन लग रहा था लेकिन जब टीम ने खिताब हासिल किया तो साल 2019 में भी टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सीनियर्स के साथ ही फाइनल तक का सफर तय करने का फैसला लिया था.
आईपीएल 2020 के सीजन में महेंद्र सिंह धोनी ने यही तरीका अपनाया. चेन्नई सुपर किंग्स टीम के लिए इस बार उनका यह फैसला गलत साबित हुआ. कप्तान धोनी की टीम लगातार एक के बाद एक मैच हार रही है. जिसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ने टीम में बदलाव करने का फैसला ले लिया है. उन्होंने कहा कि, अब वह युवा खिलाड़ियों को मौका देंगे”.
एम एस धोनी ने कहा, ” टीम में हमने कई चीजों को अपनाने के लिए बहुत कोशिश की, लेकिन किसी को ड्रॉप कर देना या टीम में बदलाव कर देना उचित फैसला नहीं है. तीन-चार मैच के बाद जो होता है. उसके लिए कुछ भी निश्चित नहीं है. खिलाड़ियों को एक उचित समय देना चाहते हैं, अगर वे उचित प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं, तो किसी और के पास जाना पड़ता है और उन्हें भी मौका देना होगा”.
युवा खिलाड़ियों को भी देंगे मौका
उन्होंने कहा, ” युवा खिलाड़ियों के लिए भी कुछ मौके हैं. शायद हमने ध्यान नहीं दिया हो लेकिन वह हमें यह कहे कि, आप अनुभवी लोगों को मौका देते हैं और उनके लिए जगह बना रहे हैं, लेकिन अब जो रिजल्ट आ रहा है उससे यह साफ कहा जा सकता है कि, बचे हुए मैच में युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जाएगा. असुरक्षा वह चीज होती हैं जिसे आप ड्रेसिंग रूम में नहीं रख सकते हैं. आईपीएल में अब उन युवाओं को मौका दिया जाएगा जो इस बात के हकदार हैं, उन पर कोई भी दबाव नहीं डाला जाएगा. वह मैदान में जाकर अभिव्यक्ति दिखा सकते हैं.