Cheteshwar Pujara: काफी समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे अनुभवी बल्लेबाज और कभी नंबर 3 पर भारतीय टेस्ट टीम के रीढ़ रहे चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने संन्यास की घोषणा कर दी। पुजारा ने एक्स पर संन्यास की घोषणा कर फैंस को करारा झटका दिया है।
उनके संन्यास के बाद अब एक ही चर्चा है कि आखिर पुजारा ने संन्यास क्यों लिया, अब उनके क्रिकेट छोड़ने की असली वजह सामने आई है, आईये जानते हैं क्या है वो वजह..
Cheteshwar Pujara ने सभी प्रारूपों से लिया संन्यास
भारत के सबसे भरोसेमंद टेस्ट क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने रविवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी। 37 वर्षीय पुजारा ने सोशल मीडिया पर यह खबर साझा की और भारत का प्रतिनिधित्व करने के सम्मान के लिए आभार व्यक्त किया।
पुजारा ने एक्स पर लिखा, “भारतीय जर्सी पहनना, राष्ट्रगान गाना और मैदान पर हर बार अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करना – इसका वास्तव में क्या मतलब था, इसे शब्दों में बयां करना असंभव है। लेकिन सभी अच्छी चीजों का अंत होना ही चाहिए, और मैंने सभी प्रारूपों से संन्यास का फैसला किया है।”
पुजारा (Cheteshwar Pujara) का करियर एक दशक से भी अधिक समय तक चला, इस दौरान उन्होंने 103 टेस्ट और 5 वनडे मैच खेले, जिसमें 43.60 की औसत से 7,195 टेस्ट रन बनाए, जिसमें 19 शतक और 35 अर्द्धशतक शामिल हैं।
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पुजारा ने क्यों लिया संन्यास? यह है असली वजह!
अपनी घोषणा में, पुजारा ने “भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों” से संन्यास लेने का विशेष रूप से उल्लेख किया। इसका अर्थ है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अंतर्गत भारतीय घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से उनका जुड़ाव समाप्त हो गया है।
पुजारा कमेंट्री की दुनिया में भी कदम रख चुके हैं, जैसा कि भारत के इंग्लैंड दौरे पर कमेंटेटर के रूप में उनके हालिया कार्यकाल में देखा जा सकता है, टीम इंडिया में जगह न मिलने के बाद पुजारा अब कमेंट्री में अपना करियर बना रहे हैं, और ये संन्यास का एक कारण हो सकता है।
पुजारा के संन्यास के बाद एक युग का अंत
पुजारा का जाना भारत की पारंपरिक नंबर 3 बल्लेबाज़ी भूमिका के एक युग का अंत है, यह वह स्थान है जिसे उन्होंने राहुल द्रविड़ के बाद शानदार ढंग से आगे बढ़ाया। अपने धैर्य के लिए मशहूर पुजारा विदेशी धरती, खासकर ऑस्ट्रेलिया में, भारत की ऐतिहासिक जीत के केंद्र में रहे।
खेल के अलावा, पुजारा कमेंट्री और मीडिया की दुनिया में भी कदम रख चुके हैं, जैसा कि भारत के इंग्लैंड दौरे पर एक प्रसारक के रूप में उनके हालिया कार्यकाल में देखा जा सकता है। उनके संन्यास से भारत के सबसे बेहतरीन टेस्ट करियर में से एक का अध्याय समाप्त हो गया।
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