Cricket : सालों तक, इस खिलाड़ी ने कई रिकॉर्ड तोड़े और बेहतरीन प्रदर्शन किए, फिर भी उन्हें पहचान नहीं मिली। क्रिकेट (Cricket) में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद, वे शायद ही कभी सुर्खियों में रहे। फैंस हमेशा इस बात पर बहस करते रहे कि ऐसे खिलाड़ी को आखिर क्यों उनका सम्मान नहीं मिला, जिसके वो हकदार थे, आइये जानते हैं क्रिकेट (Cricket) के सबसे अनदेखे हीरो के बारे में……
Cricket का अनदेखा हीरो, जिसे किया गया नजरअंदाज
क्रिकेट (Cricket) में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद, जिस खिलाड़ी को हमेशा नजरअंदाज किया गया, वो दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर शॉन पोलक हैं। शॉन को बल्ले और गेंद दोनों से बेहतरीन प्रदर्शन करने के बावजूद, सम्मान नहीं मिला।
दक्षिण अफ्रीका के लिए पोलक ने 829 अंतरराष्ट्रीय विकेट लिए और 7,386 रन बनाए, विकेट लेने के मामले में यह उनकी एक ऐसी उपलब्धि है जो उन्हें विकेटों के मामले में कपिल देव और रनों के मामले में रवींद्र जडेजा जैसे दिग्गजों से आगे रखता है।
अपनी बेहतरीन लाइन-एंड-लेंथ गेंदबाजी के लिए जाने जाने वाले पोलक ने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कीं हैं, और उनकी सटीकता के लिए अक्सर उनकी तुलना ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्लेन मैक्ग्रा से की जाती थी।
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उतार-चढ़ाव भरा रहा कप्तान का सफर
16 जुलाई, 1973 को एक क्रिकेट परिवार में जन्मे पोलक ने अपने पिता पीटर और चाचा ग्रीम पोलक की विरासत को आगे बढ़ाया। वर्ष 2000 में, हैंसी क्रोनिये के मैच फिक्सिंग कांड के बीच, पोलक को कप्तानी सौंपी गई।
हालाँकि उनकी कप्तानी की शुरुआत ठीक-ठाक रही, लेकिन 2003 का आईसीसी विश्व कप उनके लिए बेहद निराशाजनक साबित हुआ क्योंकि दक्षिण अफ्रीका अपनी धरती पर सुपर सिक्स चरण तक भी नहीं पहुँच पाया।
एक मजबूत ऑलराउंडर के तौर पर मिली पहचान
बल्लेबाज़ के रूप में कमतर आँके जाने के बावजूद, पोलक ने निचले क्रम में दो टेस्ट शतक लगाकर ऑलराउंडर के तौर पर अपनी उपयोगिता साबित की। उनका बल्लेबाजी का औसत 32 से ऊपर का रहा। हालांकि ऑलराउंडर के तौर पर उन्हें हमेशा कम आंका गया।
बतौर गेंदबाज पोलक सभी प्रारूपों में दक्षिण अफ्रीका के सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने 23.12 की औसत से 421 टेस्ट विकेट और 24.51 की औसत से 393 ODI विकेट लिए हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 7,000 से ज़्यादा रन भी बनाए हैं।
2008 में संन्यास लेने के बाद, पोलक ने कमेंट्री में अपने हाथ आजमाए और वर्तमान में उनकी पहचान एक अच्छे कमेंटेटर के रूप में है। पोलक अपने समय के एक बढ़िया ऑलराउंडर रहे हैं, लेकिन उनकी प्रतिभा को नजरअंदाज किया जाना आज भी फैंस को खलता है।
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