सत्ता की लड़ाई में चुनावी घंटी बज चुकी है ,जी हां चुनावी शंखनाथ शुरूहो चुका है। चुनाव आयोग ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। इस साल पांच राज्य यानी यूपी,उत्तराखंड,पंजाब,गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसको लेकर चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा कर दी है।
चुनाव आयोग ने ऐलान की तारीख
मुख्य चुनाव आयोग ने होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। आपको बता दें उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में चुनाव होना है। सबसे पहला फेस 10 फरवरी से शुरू होगा और जो कि 7 मार्च को समाप्त किया जाएगा।
यूपी में इतने चरणों में होगा मतदान ?
उत्तर प्रदेश में में पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा।
दूसरा फेज-14 फरवरी
तीसरा फेज- 20 फरवरी
चौथा फेज- 23 फरवरी
पांचवां फेज- 27 फरवरी
यूपी के अलावा बाकी राज्यों की तारीख
अगर बात करें पंजाब, गोवा और उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों की तो बता दें यहां 1 फेस में ही चुनाव होगा यानी 14 फरवरी को इन तीनों राज्य का चुनाव तारीख होगी।पंजाब सरकार यानी चन्नी सरकार ने बीते दिनों सामने आई घटनाओं में ऐसा माना जा रहा था कि पंजाब की 117 सीटों पर क्या दो चरणों पर चुनाव हो सकते है लेकिन चुनाव आयोग ने तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए स्पष्ट कर दिया है कि पंजाब में भी एक ही फेस होगा।
अगर बात करें मणिपुर की तो बता दें यहां चुनाव दो चरणों में किया जाएगा।पहला चरण के लिए 1 फरवरी को नोटिफिकेशन जारी होगा। इस चरण के प्रत्याशियों के लिए नामांकन करने की अंतिम तारीख 8 फरवरी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 11 फरवरी होगी। राज्य में 27 फरवरी को वोट डाले जाएंगे।और इन सब के नतीजे आएंगे यानी किस पार्टी ने बाजी मारी ये सब 10 मार्च को पता चलेगा।
चुनाव आयोग ने क्या-क्या कहा?
-पांच राज्यों की विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है। 690 विधानसभा सीटों पर मतदान होने वाला है।
–कोरोना काल में पांच राज्यों की 690 विधानसभा क्षेत्रों कोविड सेफ चुनाव कराना बेहद चुनौती भरा काम है।
-CEC सुशील चंद्र ने कहा कि इस बार 16 फीसद पोलिंग बूथ बढ़ाए गए हैं।
-पोलिंग बूथ पर कोरोना से बचाव के लिए मास्क, सेनिटाइजर आदि उपलब्ध कराए जाएंगे।
– सर्विस मतदाता को मिलाकर 18.34 करोड़ मतदाता इस चुनाव में हिस्सा लेंगे जिनमें से 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं।
-उन्होंने कहा कि बार आयोग ने तीन लक्ष्यों पर काम किया है। ये टारगेट हैं आसान और कोविड सेफ चुनाव के साथ साथ मतदाताओं की ज्यादा से ज्यादा से ज्यादा भागीदारी।
15 जनवरी तक चुनावी रैली पर लगा प्रतिबंध
चुनाव प्रचार के दौरान कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए ही चुनाव आयोग ने पदयात्रा,रोड शो, साइकिल, बाइक रैली पर पाबंदी लगा दी है।बता दें यह पाबंदी 15 जनवरी तक लगा दी गई है।इसके साथ ही चुनाव आयोग ने वर्चुअल रैली के जरिए चुनाव प्रचार की अनुमति दी है।इसमें शामिल होने वाले लोगों के लिए मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था राजनीतिक पार्टियां करेंगी। डोर-टु-डोर कैंपेन में अधिकतम 5 लोग ही शामिल किए गए। किसी भी तरह के रोड शो, नुक्कड़ सभा की अनुमति नहीं दी गई है और ना ही कोई विजय रैली या जुलूस पर प्रतिबंध लगाया गया।
ऑनलाइन नामांकन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा
उम्मीदवारों को नामांकन ऑनलाइन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा मिलेगी। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को अखबारों, टीवी चैनलों पर प्रचार अभियान की अवधि के दौरान तीन बार अपने खिलाफ लंबित मुकदमों की जानकारी देनी होगी। राजनीतिक दलों को भी यह बताना होगा कि ऐसी पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को उन्होंने क्यों चुना है। ऐसे उम्मीदवारों की जानकारी ‘know your candidate’ एप पर भी उपलब्ध होगी।
कोरोना के बीच चुनाव कराना बड़ी चुनौती -EC
इस बार मुख्य चुनाव आयोग ने शैर पढ़ते हुए कहा कि यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है हवा की ओड़ लेकर चिराग भी जलता है।यानी कोविड के दौर में जो परिस्थितियां है उसके लिए जमीनी स्थर पर ही समाधान निकाला जाएगाऔर मिलकर प्रयास पूरे करेंगे ।गौर करने वाली बात है कि मौजूदा वक्त में कोरोना की तीसरी लहर चल रही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव कराना किसी चुनौती से कम नहीं हैं।