Pakistani Player: क्रिकेट के इतिहास में कई ऐसे मैच रहे है, जो अपने स्कोर, प्रदर्शन या विवादों के कारण चर्चा का विषय बने रहे हैं। हाल ही में एक वनडे मुकाबला सुर्खियों में आ गया है, जिसमें पाकिस्तानी खिलाड़ी (Pakistani Player) ने 10,20 नहीं बल्कि 67 वाइड बॉल फेंकी। जी हां, अपने बिल्कुल सही पढ़ा।
किसी भी अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में इतनी वाइड बाल डालना अपने आप में चौंकाने वाली बात है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह सिर्फ खराब बॉलिंग थी, या पाकिस्तान की टीम फिक्सिंग के चलते ऐसा कर रही थी, तो आइए जानते है इस बारे में विस्तार से…..
Pakistani Player ने फेंक डाली 67 वाइड बॉल

दरअसल हम जिस मैच की बात कर रहे है, यह मैच साल 2001 में पाकिस्तान और नीदरलैंड्स की महिला टीमों के बीच पाकिस्तान में ही खेला गया था। इस मैच में नीदरलैंड्स की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट के नुकसान पर 160 रन बनाए थे। जवाब में पाकिस्तान की टीम ने 48.3 ओवर में ही 6 विकेट के नुकसान पर 161 रन बनाकर जीत हासिल एक ली।
इस मैच में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला आंकड़ा तब देखने को मिला था, जब पाकिस्तानी खिलाड़ियों (Pakistani Player) के इस मैच में 67 वाइड गेंदे फेंक डाली, हर वाइड बॉल के साथ विपक्षी टीम को एक रन और अतिरिक्त गेंद मिली, यानी कि पाकिस्तान ने नीदरलैंड्स को 67 रन तोहफे के रूप में दे डाले।
सोशल मीडिया पर लोगों ने दी प्रतिक्रिया
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इतना खराब बॉलिंग कंट्रोल किसी भी इंटरनेशनल मैच में दुर्लभ माना जाता जा। यही वजह है कि पाकिस्तानी खिलाड़ी (Pakistani Player) द्वारा फेंकी गई 67 गेंदे फिक्सिंग को लेकर संदेह पैदा करती है। सोशल मीडिया पर इस मैच को लेकर कई तरह ही प्रतिक्रियाएं सामने आई है। कुछ लोगों ने इसे महिला क्रिकेट के शुरुआती दौर की तकनीकी कमी बताया, तो कुछ ने संदेह जताया कि कहीं यह मैच फिक्स तो नहीं था?
नहीं मिले आधिकारिक सबूत
फिक्सिंग का आरोप लगाना आसान है, लेकिन इसी साबित करना बेहद मुश्किल। क्रिकेट में फिक्सिंग का मतलब होता है जानबूझकर खराब प्रदर्शन करना या मार्च के नतीजे को प्रभावित करना। हालांकि इस मैच को लेकर कोई आधिकारिक सबूत नहीं है कि खिलाड़ी (Pakistani Player) जानबूझकर ऐसा कर रहे थे। फिर भी, 67 वाइड गेंदे फेकना इतना असामान्य है कि यह शक पैदा करता है। साथ ही पाकिस्तान की टीम का ऐसे विवादों से पुराना नाता है, ऐसे में खिलाड़ियों का खराब प्रदर्शन उन्हें संदेह के कटघरे में खड़ा करता है।
हालांकि यह भी संभव है कि उस समय पाकिस्तानी महिला टीम नई थी, खिलाड़ियों का अनुभव कम था या पिच और हालत गेंदबाजों के अनुकूल नहीं थे। हालांकि, इतने वाइड्स पूरे मैच में किसी एक खिलाड़ी की नहीं बल्कि पूरी टीम की कमजोरी का नतीजा था।
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