Andy Pycroft: क्रिकेट की दुनिया में कई ऐसे नाम हैं जिन्होंने बल्ले और गेंद से ज्यादा योगदान दिया है। इनमें से एक हैं जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर एंडी पायक्रॉफ्ट (Andy Pycroft)। कभी बाएं हाथ के बल्लेबाज और ऑफ स्पिनर के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले पायक्रॉफ्ट आज आईसीसी (ICC) के एलीट पैनल मैच रेफरी हैं। उनका सफर इस बात का सबूत है कि क्रिकेट खेलने के बाद भी इस खेल से जुड़कर शौहरत और दौलत दोनों कमाए जा सकते हैं।
क्रिकेट करियर की शुरुआत

पायक्रॉफ्ट (Andy Pycroft) ने 1980 और 90 के दशक में जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के लिए खेला। वह टीम के भरोसेमंद बल्लेबाजों में गिने जाते थे और जरूरत पड़ने पर गेंद से भी योगदान देते थे। घरेलू क्रिकेट में उन्होंने कई शानदार पारियां खेलीं और टीम को मजबूत आधार दिया। हालांकि इंटरनेशनल स्तर पर उनका करियर बहुत लंबा नहीं चला, लेकिन उनकी क्रिकेट समझ और अनुशासन ने उन्हें हमेशा अलग पहचान दिलाई।
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आईसीसी में बड़ी भूमिका
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद पायक्रॉफ्ट (Andy Pycroft) ने प्रशासनिक और रेफरी की भूमिका निभानी शुरू की। धीरे-धीरे वह आईसीसी के एलीट पैनल में जगह बनाने में सफल रहे। आज वह दुनिया के सबसे भरोसेमंद मैच रेफरी में गिने जाते हैं। चाहे एशेज हो, वर्ल्ड कप या एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट, पायक्रॉफ्ट की मौजूदगी अक्सर मैदान पर नजर आती है। उनके फैसले निष्पक्ष माने जाते हैं और यही उनकी सबसे बड़ी ताकत है।
करोड़ों की कमाई
आईसीसी एलीट पैनल का हिस्सा बनने के बाद पायक्रॉफ्ट (Andy Pycroft) की कमाई करोड़ों में पहुंच गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक मैच रेफरी को प्रति मैच मोटी फीस दी जाती है और सालाना कमाई करोड़ों रुपये तक पहुंच जाती है। इसके अलावा आईपीएल और अन्य टी20 लीग्स से भी उन्हें बड़ा लाभ होता है। पायक्रॉफ्ट की नेट वर्थ आज करोड़ों रुपये बताई जाती है।
लग्जरी लाइफस्टाइल
कमाई के साथ पायक्रॉफ्ट (Andy Pycroft) का लाइफस्टाइल भी शानदार है। वह दुनिया घूमना पसंद करते हैं और अपने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताना उनकी पहली पसंद है। क्रिकेट ने उन्हें न केवल ग्लोबल पहचान दी बल्कि एक लग्जरी जीवन जीने का मौका भी दिया।
एंडी पायक्रॉफ्ट का सफर इस बात का प्रमाण है कि क्रिकेट सिर्फ मैदान पर खेलने तक सीमित नहीं है। खिलाड़ी से रेफरी बनने की उनकी कहानी बताती है कि मेहनत और अनुशासन से कोई भी इंसान खेल के जरिए नाम और पैसा दोनों कमा सकता है। आज पायक्रॉफ्ट करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं और क्रिकेट जगत में उनका सम्मान अलग ही स्तर पर है।
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