लखनऊ: गांव हो या शहर हर जगह की सड़कें अक्सर ख़राब हो जाती है. जिसकी वजह से रोजाना एक्सीडेंट होते रहते हैं. वहीं सड़क के गड्ढों तो सभी को दिक्कत होती है. चाहे कार वाला हो या साईकिल वाला सभी को इस दिक्कत का सामना करना पड़ता है. ऐसे में सभी लोग प्रशासन को ही गली देते हैं, लेकिन कभी थोड़ी से मेहनत कोई नहीं करता है, लेकिन आज एक ऐसे दम्पति के बारे में आपको बताएंगे जो खुद से सड़कों की मरम्मत और गड्ढों को भर रहे हैं.
अपनी पेंशन से गंगाधर इस अनूठे कार्य को कर रहे पूरा
जानकारी के मुताबिक तेलंगाना के हैदराबाद में एक बुजुर्ग पति पत्नी कई सालों से समाज के सामने एक अनूठी मिसाल कायम करते हुए सड़क के गड्ढों को भरने का बेहद अच्छा कार्य कर रहे हैं.हैरानी की बात तो यह है कि इस काम के लिए वे किसी से या प्रशासन से पैसा नहीं मांगते बल्कि खुद की पेंशन से ही वह सड़क के गड्ढों को भरने का काम करते हैं. ऐसा करके वह न जाने कितने लोगों को जीवनदान दे रहे हैं. वहीं जब दम्पति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा वह यह काम काम कई सैलून से कर रहे हैं. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें इस तरह लोगों की मदद करना अच्चा लगता है.
सड़क के गद्द्गों को भरने में गंगाधर तिलक की पत्नी देती हैं पूरा साथ
हैदराबाद के रहने वाले गंगाधर तिलक कटनम ने बताया कि वह रेलवे के एक रिटायर्ड कर्मचारी है. रिटायर होने के बाद वह हैदराबाद में आकर बस गए. उन्होंने पाया कि हमारे देश की सड़कों पर किन्ही कारणों से खूब सारे गड्ढों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में प्रतिवर्ष कई लोग हताहत हो जाते हैं तो कई लोगों की जान भी चली जाती है. गंगाधर तिलक इस मामले से संबंधित प्राधिकार को भी मिलकर शिकायत कर चुके हैं परंतु उधर से कोई कार्यवाही होती उन्हें दिखाई नहीं दी. इसलिए प्रशासन की राह देखे बिना खुद ही उन्होंने यह सराहनीय काम करना चालू कर दिया. गंगाधर तिलक ने कहा कि इस काम को करने के लिए जितना भी खर्च आता है वह अपनी पेंशन से ही पूरा करते हैं.
ऐसे लोग देश लिए वरदान से नहीं है कम
जानकारी के मुताबिक इस कार्य को करने लिए उनकी धर्मपत्नी भी उनका पूरा साथ देती हैं. गंगाधर तिलक और उनकी पत्नी ने अब तक 2000 से अधिक गड्ढों को भर दिया है. गंगाधर तिलक जैसे व्यक्ति आज के समय में एक मिसाल कायम करते हैं. जो लोगों को एक नई जिंदगी दे रहे हैं.