सोना-चांदी भूल जाइए, अब कॉपर में करिए निवेश सिर्फ 1 साल में मिलेगा दोगुना फायदा

कोरोना काल शेयर मार्केट में लोग पैसा संभल संभल के लगा रहे हैं. ऐसे में लोग इन्वेस्टमेंट के लिए के लिए सुरक्षित जगह की तलाश में  हैं. सोने-चांदी जैसे में खूब पैसा लगा रहे हैं. ताकि नुकसान से बचे रहें और रिटर्न भी मिल जाए, लेकिन अगर रिटर्न अच्छा नहीं मिल रहा है तो आप कॉपर में इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं. केवल एक साल में ही कॉपर का दाम दोगुना हो गया है.

केवल एक साल में दोगुना हुआ कॉपर

सोना-चांदी भूल जाइए, अब कॉपर में करिए निवेश सिर्फ 1 साल में मिलेगा दोगुना फायदा

अभी भारत में एमसीक्स में कॉपर वायदा की कीमत 800 रुपये प्रति किलो है. ठीक पिछले एक साल पहले कॉपर की कीमत 400 रुपये किलो थी. इसका मतलब केवल एक साल में कॉपर ने दोगुना रिटर्न दिया है. 100 फीसदी रिटर्न मिला है. सिर्फ 2021 में कॉपर 27 फीसदी महंगा हुआ है. मतलब साफ है जिसने कॉपर में निवेश किया था वो जबरदस्त फायदे में है.

अभी कितना महंगा होगा कॉपर

हाल ही में ग्लोबले इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स ने कहा है कि कॉपर में आई ये तेजी अभी और बढ़ेगी. यही नहीं 2025 तक कॉपर की कीमत 15 हजार डॉलर प्रति टन पहुंच सकती है, तो वही बैंक ऑफ़ अमेरिका ने यह 25 हजार डॉलर पहुँच सकती है.

सोना-चांदी भूल जाइए, अब कॉपर में करिए निवेश सिर्फ 1 साल में मिलेगा दोगुना फायदा

पिछले महीने में कॉपर ने पहली बार करीब एक दशक के उच्चतम स्तर को छुआ था। पहली बार कॉपर की कीमत 10 हजार डॉलर प्रति टन के स्तर पर पहुंची थी।

क्यों आ रह कॉपर में इतनी तेजी

कोरोना का कहर झेलने के बाद बहुत सारे देश वापस पटरी पर आ रहे हैं. कॉपर का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल्स के लिए तथा ऑटो तक में होता है. ऐसे में  बहुत सारे देश इंडस्ट्रियल एक्टिविटी शुरू कर चुके हैं, जिससे मांग में तेजी आई है.

कोरोना काल में मांगे बहुत कम हो गई थी और मांगे बढ़ने की वजह से सप्लाई कम हो पा रही है. कॉपर का मांग सबसे अधिक चीन से आ रही है, जहां दुनिया भर के कुल कॉपर का आधा कॉपर की मांग चीन से होती है. चीन दुनिया का सबसे बड़ा कॉपर इस्तेमाल करने वाला देश है.

ऐसे में मांग और बढ़  रही है जब दुनिया इलेक्ट्रिकल व्हीकल की ओर बढ़ रही तो मांग में और तेजी आ रही है .